जयपुर। हाजिर बाजार में कीमत तेज रहने के कारण किसान चना के बजाये सरसों की बिजाई को प्राथमिकता दे रहे है। यही कारण है कि चालू रबी सीजन में प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान में प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान में सरसों की बिजाई बढ़कर तय लक्ष्य के 92 फीसदी से ज्यादा क्षेत्रफल में हो चुकी है, जबकि रबी दलहन की प्रमुख फसल चना की बिजाई घटकर 55 फीसदी क्षेत्रफल में भी नही हो पायी है।
विशेषज्ञों के अनुसार, चालू रबी सीजन में 8 नवम्बर 2021 तक सरसों की बिजाई बढ़कर 25.81 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है, जबकि राज्य सरकार ने चालू रबी सीजन में 28 लाख हैक्टेयर में बिजाई का लक्ष्य किया हुआ है, जबकि बीते रबी सीजन की समान अवधि में राज्य में केवल 18.71 लाख हैक्टेयर में ही सरसों की बिजाई हो पायी थी। जानकार मानते है कि सरसों की बिजाई तय लक्ष्य से भी होने का अनुमान है, क्योकि उत्पादक मंडियों में सरसों की कीमत अभी भी काफी तेज बनी हुई है।
रबी दलहन की प्रमुख फसल चना की बिजाई चालू रबी में राज्य में 10.96 लाख हैक्टेयर में ही हो पायी है, जबकि राज्य सरकार ने 20 लाख हैक्टेयर में बिजाई का लक्ष्य तय किया हुआ है। किसान चना के बजाये सरसां की बिजाई ज्यादा कर रहे है, जिसके कारण चना और गेहूं की बिजाई बीते वर्ष की तुलना में कमजोर रहने की आशंका है।
राज्य में चालू रबी सीजन में फसलों की कुल बिजाई बढकर 43.39 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है, जोकि बीते वर्ष की समान अवधि के 34.03 लाख हैक्टेयर से ज्यादा है, जबकि बीते वर्ष राज्य में रबी फसलों की कुल बिजाई 98.80 लाख हैक्टेयर में हुई थी, जबकि राज्य के कृषि निदेशालय ने चालू रबी में बिजाई का लक्ष्य 100.80 लाख हैक्टेयर तय किया हुआ है।