सामाजिक, आध्यात्मिक परिवर्तन के सूत्रधार हैं आचार्य महाश्रमण : बिरला

0
275

कोटा/भीलवाड़ा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला शनिवार को तेरापंथ समाज की ओर से भीलवाड़ा में आयोजित किए जा रहे भिक्षु चरमोत्सव में सम्मिलित हुए। इस दौरान उन्होंने आचार्य महाश्रमण के दर्शन किए तथा कहा अहिंसा यात्रा के माध्यम से वे विश्व में सामाजिक-आध्यात्मिक परिवर्तन के सूत्रधार हैं। उन्होंने आचार्य महाश्रमण को कोटा आने का निमंत्रण भी दिया।

बिरला शनिवार सुबह सड़क मार्ग से सीधे भिक्षु चरमोत्सव के आयोजन स्थल पहुंचे। वहां आचार्य महाश्रमण से आशीर्वाद प्राप्त किया। इसके बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि आचार्यश्री का अद्भुत-आलौकिक प्रभामंडल हम सभी को प्रेरणा देता है। भीलवाड़ा में उनके चातुर्मास से सम्पूर्ण राजस्थान में नवीन ऊर्जा का संचार हुआ है।

उन्होंने कहा कि आचार्य भिक्षु ने 260 वर्ष पूर्व तेरापंथ समाज की जो समृद्ध परंपरा प्रारंभ की उसे आचार्य जयाचार्य, आचार्य तुलसी और आचार्य महाप्रज्ञ ने समृद्ध किया। अब आचार्य महाश्रमण के कुशल नेतृत्व में तेरापंथ समाज के अनुयायी देश के विकास तथा अभावग्रस्त के कल्याण में प्रशंसनीय कार्य कर रहे हैं।

बिरला ने कहा कि आचार्य महाश्रमण ने वर्ष 2014 में नई दिल्ली से जिस अहिंसा यात्रा की शुरूआत की थी, वह आज पूरे विश्व में नैतिकता और सद्भावना को बढ़ाते हुए नशामुक्त समाज के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया है। दिव्य आत्माओं ने जब भी पदयात्राएं की हैं, उससे समाज में बड़े बदलाव आए हैं। आचार्य महाश्रमण जी की पदयात्रा इसका सशक्त उदाहरण है।

उन्होंने आचार्य महाश्रमण जी को चातुर्मास की समाप्ति के बाद संसदीय क्षेत्र कोटा-बूंदी में पधारने का निमंत्रण दिया। बिरला ने कहा कि कोटा-बूंदी की जनता आपके स्वागत को आतुर है। शिक्षा नगरी कोटा में पढ़ने वाले लाखों विद्यार्थियों में भी आपकी यात्रा आध्यात्मिक चेतना जागृत करेगी। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष अहिंसा यात्रा के समाप्ति पर वे सांसदों के साथ कार्यक्रम में भाग लेंगे।

इस दौरान सकल दिंगबर जैन समाज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राकेश जैन मढ़िया, चातुर्मास प्रवास प्रबंध समिति के अध्यक्ष प्रकाश सतुरिया, महेंद्र ओस्तावल, निर्मल गोखरू और राजेंद्र भालावत भी उपस्थित रहे।

सामाजिक प्रकल्पों के लिए बिरला की सराहना: चर्चा के दौरान आचार्य महाश्रमण ने लोकसभा अध्यक्ष बिरला की ओर से चलाए संसदीय क्षेत्र कोटा-बूंदी में चलाए जा रहे सामाजिक प्रकल्पों की सराहना की। आचार्यश्री ने कहा कि समाज के वंचित अभावग्रस्त वर्ग की सेवा का जो काम बिरला कर रहे हैं, वह अनुकरणीय है। अन्य जनप्रतिनिधियों को भी इससे प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कोविड के दौरान आमजन की सहायता के लिए किए गए कार्यों के लिए भी स्पीकर बिरला की प्रशंसा की।

जगह-जगह हुआ लोकसभा अध्यक्ष का स्वागत: इससे पूर्व कोटा से भीलवाड़ा जाते समय डाबी, बिजौलिया, मांडल, पंडेर, शाहपुरा सहित विभिन्न स्थानों पर लोकसभा अध्यक्ष बिरला का जोरदार स्वागत किया गया। सामाजिक कार्यकर्ताओं और आमजन में स्पीकर बिरला को माला पहनाने तथा साफा भेंट करने का उत्साह दिखाई दिया। भीलवाड़ा में प्रवेश करते ही बिरला का अभूतपूर्व अभिनंदन किया गया। भिक्षु चरमोत्सव में भी आयोजन समिति ने बिरला का स्वागत किया।

धार्मिक पर्यटन का प्रमुख केंद्र बनेगा स्वस्ति धाम: भीलवाड़ा से कोटा लौटते समय लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला जहाजपुर स्थित भगवान मुनि सुव्रतनाथ (स्वस्तिधाम) दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र के भी पहुंचे। वहां भव्य मंदिर के दर्शन तथा स्वस्तिभूषण माताजी का आशीर्वाद प्राप्त करने के बाद उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र बहुत जल्द देश के प्रमुख धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में उभरेगा। उन्होंने कहा कि अतिशय क्षेत्र लोगों में आध्यात्मिक चेतना जागृत करने के साथ क्षेत्र के विकास में भी अहम भूमिका निभा रहा है। इस दौरान स्वस्तिभूषण माताजी ने उन्हें 7 नवंबर को होने वाले कार्यक्रम में निमंत्रित किया। अतिशय क्षेत्र प्रबंधन समिति के विनोद कुमार जैन टोरडीवाले, महामंत्री ज्ञानेन्द्र कुमार जैन व समिति के अन्य सदस्यों की ओर से स्पीकर बिरला का स्वागत भी किया गया।