नई दिल्ली/लंबी खींचतान के बाद गुरुवार को गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के मंत्रिपरिषद का शपथग्रहण हुआ। पटेल की कैबिनेट में शपथ लेने वाले पहले मंत्री बने राजेंद्र त्रिवेदी, जिन्होंने कुछ ही देर पहले विधानसभा स्पीकर पद से इस्तीफा दिया। राजेंद्र त्रिवेदी इससे अपने बयानों को लेकर कई बार चर्चा में रह चुके हैं। बीते साल ही उन्होंने यह दावा कर दिया था कि देश के संविधान का मसौदा एक ब्राह्मण ने तैयार किया था। राजेंद्र त्रिवेदी खुद भी ब्राह्मण हैं।
त्रिवेदी ने बीते साल एक ब्राह्मण कारोबारी सम्मेलन के उद्घाटन के मौके पर कहा था कि डॉ. बीआर आंबेडकर ने संविधान का मसौदा तैयार करने का श्रेय बीएन राव को दिया था, जो एक ब्राह्मण थे। इतना ही नहीं त्रिवेदी ने यह भी कहा थि क अभिजीत बनर्जी समेत नौ भारतीय नोबेल पुरस्कार विजेताओं में से आठ ब्राह्मण हैं। राजेंद्र त्रिवेदी को 19 फरवरी, 2018 को गुजरात विधानसभा का स्पीकर बनाया गया था।
राजेंद्र त्रिवेदी का पूरा बयान क्या था?
त्रिवेदी ने कहा था, ‘क्या आपको पता है कि 60 देशों के संविधानों का अध्ययन किया गया और फिर संविधान का मसौदा तैयार किया गया। क्या आपको मालूम है कि किसने डॉ बी आर आंबेडकर को मसौदा दिया? जब भी संविधान की बात आती है तो हम सभी सम्मान के साथ आंबेडकर का नाम लेते हैं। लेकिन उनके (आंबेडकर के) अपने ही शब्दों में मसौदा बी एन राव यानी बंगाल नरसिंह राव (ब्राह्मण) ने तैयार किया।’
त्रिवेदी ने कहा था, ‘इतिहास बताता है कि ब्राह्मण हमेशा दूसरों को आगे बढ़ाते हैं। यह राव ही थे जिन्होंने आंबेडकर को अपने से आगे रखा। हमें आंबेडकर पर गर्व है क्योंकि उन्होंने 25 नवंबर,1949 को संविधान सभा में अपने भाषण में इसे कबूल किया।’ विधानसभा अध्यक्ष ने कहा, ‘और मैं उनको ही उद्धृत करता हूं, जो श्रेय मुझे दिया गया है, वह वाकई मेरा है ही नहीं। यह बीएन राव का है।’