देशवासियों के स्वास्थ्य और मेडिकल स्टोर्स के बीच माध्यम बना सेहत साथी एप
नई दिल्ली। फार्मेसी की दुनिया तेजी से बदल रही है। पहले दवा लेने के लिए जहां मेडिकल स्टोर्स ढूंढने पड़ते थे, अब मेडिकल स्टोर्स मोबाइल पर आ गए हैं, आधे घंटे में दवा घर पहुंच रही है। फार्मेसी की दुनिया में यह बड़ा बदलाव तीन युवाओं के स्टार्टअप सेहत साथी एप के माध्यम से संभव हो पा रहा है।
राजस्थान के इन तीन युवाओं ने ‘सेहत साथी’ एप के माध्यम से फार्मेसी को ऑनलाइन और डिजिटल बना दिया है। छोटे से शहर कोटा से शुरू होकर यह पहल आज देश के 600 से अधिक शहर, कस्बों और यहां तक की गांव तक पहुंच गई है। देश के सबसे विशाल और सशक्त इस नेटवर्क से अब तक 30 हजार से अधिक मेडिकल स्टोर्स सेहत साथी के रुप में जुड़ चुके हैं। कंपनी के को-फाउंडर श्रेयांस मेहता, सैदा धनावत व निखिल बाहेती का कहना है कि वर्ष 2021 के अंत तक 50 हजार मेडिकल स्टोर्स को ऑनलाइन करने का लक्ष्य है।
यही नहीं कंपनी का टारगेट अगले तीन वर्षों में 10 लाख मेडिकल स्टोर्स को सेहत साथी के प्लेटफार्म पर लाकर फार्मेसी को ऑनलाइन और डिजिटाइज करना है, जिससे करीब 80 करोड़ भारतीयों को सस्ती व विश्वसनीय हेल्थ केयर सुलभ हो सके। सेहत साथी एप के माध्यम से मेडिकल स्टोर्स स्वयं ऑनलाइन हो सकते हैं, वे अपने क्षेत्राधिकार को बढ़ा सकते हैं और लोगों की सेवा के दायरे का विस्तार कर सकते हैं।
टियर-2 व टियर-3 शहरों में मुकाबला नहीं
सेहत साथी एप टियर 2 और टियर 3 शहरों में सबसे मजबूत नेटवर्क है जो मेडिकल स्टोर्स के माध्यम से लोगों को सुलभ और किफायती हेल्थ केयर उपलब्ध करवा रहा है। इन शहरों में सेहत साथी के मुकाबले में कोई नहीं है।
मेडिकल स्टोर्स के अच्छे दिन आए
सेहत साथी एप के सह संस्थापक श्रेयांस मेहता ने बताया कि सेहत साथी से जुड़ने के बाद मेडिकल स्टोर्स के भी अच्छे दिन आ गए हैं, क्योंकि यह एकमात्र एप है जो मेडिकल स्टोर्स के साथ-साथ चिकित्सकों का परामर्श भी उपलब्ध करवाता है। देश के 5 हजार से अधिक विशेषज्ञ डॉक्टर्स इससे जुड़े हैं जो परामर्श देते हैं और उन तक दवा मेडिकल स्टोर्स पहुंचाते हैं। ऐसे में कई मेडिकल स्टोर्स में दवाइयों की खपत बढ़ गई है। व्यापार में वृद्धि हुई है। वहीं फार्मेसीज के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन से मेडिकल स्टोर्स संगठित होकर आय बढ़ाकर ग्राहकों को बेहतर सेवाएं दे रहे हैं और नई सेवाओं और उत्पादों तक उनकी पहुंच बढ़ रही है। कई मेडिकल स्टोर्स हैं जिन्होंने सेहत साथी के साथ मिलकर अपनी शाखाएं खोलना शुरू कर दी हैं।
स्वस्थ राष्ट्र बनाने का सपना
मेहता ने बताया कि हमारा सपना भारत को स्वस्थ राष्ट्र बनाना है, जहां हर व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच आसानी से हो। प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया अभियान के तहत यह प्रयास किया जा रहा है। 30 हजार से भी अधिक सेहत साथी र्स्टोर्स का नेटवर्क खड़ा करके हम अपना वादा पूरा करने की तरफ बढ़ना शुरू हुए हैं।
सेहत साथी सम्पूर्णतया मेडिकल स्टोर का ऐप है जिससे वो बेहतर सेवा दे पाए, कोरोना काल मे भी वो सेहत साथी बनकर उभरे है।
सेहत साथी से वो अपनी दुकान की रेंज बढ़ाने के साथ साथ अपनी खरीद भी कम दाम में कर पाते है और अपने डिजिटल दुकान से ग्राहकों को नए नए आकर्षक ऑफर्स एवं डील्स भी दिखा सकते है।
मेडिकल स्टोर्स की पहुंच बढ़ी
सेहत साथी से मेडिकल स्टोर्स को बिना समय, पैसा और परिश्रम खर्च किए सीधे फायदा हो रहा है। अपने आसपास स्थित ऑनलाइन खरीदारों तक सीधे डिजिटल पहुंच बनाने में मदद मिल रही है। इस एप की मदद से ग्राहकों और उनके दवाओं के ऑर्डर्स को एक ही प्लेटफॉर्म पर मैनेज करने में मदद मिल रही है।
गौतमचंद ढींग, अध्यक्ष, मध्यप्रदेश केमिस्ट एसोसिएशन
एक माध्यम बना सेहत साथी
सेहत साथी मेडिकल स्टोर्स के लिए सर्वश्रेष्ठ एप है। यह फार्मेसी को ऑनलाइन और डिजिटल बनाने में मदद करता है जो उनके बिजनेस को 5 मिनट में ही ऑनलाइन ले जाने में मदद करता है। सेहत साथी एक माध्यम का काम करता है जो आमजन और मेडिकल स्टोर्स के बीच है।
क्रांति जैन, अध्यक्ष, केमिस्ट एसोसिएशन, कोटा-राजस्थान