नई दिल्ली। ऑस्ट्रिया की राजधानी विएना में चल रही वर्ल्ड स्पीकर्स कांफ्रेंस में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला एक ओर जहां गंभीर विषयों पर भारत के पक्ष को मजबूती और संजीदगी से रख रहे हैं वहीं दूसरी और द्विपक्षीय वार्ताओं के माध्यम से भारत के अन्य देशों से संबंधों को भी प्रगाढ़ बना रहे हैं।
वर्ल्ड स्पीकर्स कांफ्रेंस के दूसरे दिन बुधवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने दक्षिण कोरिया, रूस और साइप्रस की संसद के अध्यक्षों से मुलाकात की। इस दौरान स्पीकर बिरला की पार्लियामेंट्री डिप्लोमेसी और उनके सौम्य व्यवहार को देख तीनों देशों की संसदों के अध्यक्ष प्रभावित हुए बिना नहीं रह सके।
दक्षिण कोरिया की हाउस और रिप्रजंटेटिव्स के अध्यक्ष बियोंग सुग पार्क से लोकसभा अध्यक्ष बिरला की दोनों देशों के संबंधों को मजबूत बनाने पर लम्बी चर्चा हुई। बिरला और पार्क ने दोनों देशों के बीच रक्षा, विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया।
रूस की संसद की उच्च सदन सीनेट की अध्यक्षा वैलंटीना मतवियेन्को से भी लोक सभा अध्यक्ष बिरला की द्विपक्षीय वार्ता हुई। दोनों ने भारत और रूस के ऐतहासिक और प्राचीन संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने पर बल दिया। मतवियेन्को ने रूस में बनी विश्व की पहली कोविड वैक्सीन की चर्चा की तो बिरला ने बताया कि भारत इस समय विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चला रहा है। दोनों के बीच अंतरिक्ष और विज्ञान के क्षेत्र में आपसी संबंध बढ़ाने के लिए प्रयासों पर भी बात हुई।
स्पीकर बिरला की साइप्रस की संसद के हाउस ऑफ रिप्रजंटेटिव्स की स्पीकर अनिता देमेत्री से भी द्विपक्षीय भेंट हुई। देमेत्री ने भारतीय लोकतंत्र से बहुत कुछ सीखने की बात कही। उन्होंने 17वीं लोकसभा के दो वर्ष के कार्यकाल की उपलब्धियों और उस पर प्रकाशित पुस्तक की सराहना की। दोनों के बीच संसदीय राजनेय बढ़ाने तथा भारतीय संसद की संस्था प्राइड के माध्यम से साइप्रस के सांसदों को प्रशिक्षण पर बात हुई। इसके अलावा युवा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान तथा आईटी क्षेत्र में संबंधों को बढ़ावा देने पर भी विस्तार से चर्चा हुई।