नवाचार : स्वास्थ्य विभाग व मेडकॉर्ड्स मिलकर गांवों के नागरिकों की तैयार करेंगे डिजिटल हैल्थ प्रोफाइल
कोटा/झालवाड़। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने रविवार को झालावाड़ के राजकीय खेल संकुल परिसर में एक भव्य समारोह में डिजिटल हैल्थ प्रोफाइल प्रोजेक्ट का शुभारंभ किया।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के नेतृत्व में डिजिटल इंडिया मिशन के नवाचारों से सुदूर गांवों तक लोगों को डिजिटल सुविधाएं मिलने लगी हैं। जिले में सभी नागरिकों की डिजिटल हैल्थ प्रोफाइल बनाने की आज से शुरुआत हो रही है। इससे आपकी जांचे व डॉक्टर्स के पर्चे आदि सब एक जगह रहेंगे।
उन्होंने कहा कि जब भी आप डॉक्टर के पास जाओ, वो आपकी बीमारी क्या है, टेस्ट क्या है, सारी रिपोर्ट व पर्चे कम्प्यूटर पर देख सकते हैं। अभी मरीजों के पुराने पर्चे गुम हो जाते थे, लेकिन रिकॉर्ड डिजिटल होने से डॉक्टर को यह पता चल जाएगा कि पहले कौनसा इलाज चल रहा था। मरीज की सारी हिस्ट्री एक जगह होने से उन्हें बहुत फायदा मिलेगा।
सीएम ने कहा कि आज हैल्थ से जुड़ी सारी जानकारी रखना हम सबके लिए महत्वपूर्ण है, आपका ब्लड ग्रुप क्या है, आपने कौन सी जांच करवाई, किस डॉक्टर को दिखाया, क्या-क्या दवाइयां ली, यह जानकारी अब फाइलों में नहीं ढूंढनी पडे़ेगी।
स्वास्थ्य विभाग एवं मेडकॉर्ड्स द्वारा डिजिटल हैल्थ प्रोफाइल के मार्फत से परिवार के सभी सदस्यों के रिकॉर्ड कम्प्यूटर या मोबाइल पर उपलब्ध हो जाएंगे। सीएम ने कहा कि कोटा के दो युवाओं द्वारा तैयार इस नवाचार से राज्य की जनता को बहुत लाभ होगा।
समारोह में केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने अध्यक्षता की तथा विशिष्ट अतिथि राज्य के सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री अरूण चतुर्वेदी तथा यातायात मंत्री एवं प्रभारी यूनूस खान, सांसद दुष्यंत सिंह सहित जिले के जनप्रतिनिधि, डॉक्टर्स एवं बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
मेडकॉर्ड्स के सीईओ श्रेयांस मेहता तथा निखिल बाहेती ने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि डिजिटल हैल्थकेअर सेवा से हाड़ौती क्षेत्र के सभी नागरिकों को लाभ पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है। झालवाड़ जिले में पहले चरण में अकलेरा, खानपुर, भवानीमंडी व सुनेल में यह डिजिटल सुविधा प्रारंभ की जा रही है।
झालावाड़ के मेडिकल कॉलेज व जिला अस्पताल में एक सप्ताह पहले सांसद दुष्यंत सिंह ने डिजिटल हैल्थ प्रोफाइल सुविधा की शुरूआत की थी, जिसमें 5 हजार से अधिक रोगियों के डॉटा रिकॉर्ड डिजिटल हो चुके हैं।
देश-विदेश में भेज सकेंगे अपनी हैल्थ रिपोर्ट
सीईओ श्रेयांस मेहता ने बताया कि मेडकॉर्ड्स में डाटा व रिपोर्ट सिक्योरिटी, एक्सेसिंग व शेअरिंग तीन ऐसे पहलू हैं, जिससे हर रोगी को पर्सनल हैल्थ असिस्टेंट के रूप में निःशुल्क फायदा मिलेगा।
इसमें सारा डाटा नवीनतम तकनीक एएएस-256 से सुरक्षित रखा जाएगा। क्लाउड सर्विसेस से रिकॉर्ड 100 प्रतिशत उपलब्ध हो सकेगा। हर रोगी को मेडिकल प्रोफाइल एक पेज पर मिलेगी, जिसे मोबाइल से वे देश-विदेश के विशषज्ञ को भेजकर इलाज करवा सकते हैं।