अगले सप्ताह वाहनों की बिक्री, पीएमआई के आंकड़ों से तय होगा बाजार का रुख

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मुंबई। वैश्विक बाजार के मिश्रित रुख के बावजूद घरेलू स्तर पर लगभग सभी समूहों में हुई चौतरफा लिवाली के बल पर बीते सप्ताह शेयर बाजार नये शिखर पर पहुंच गया और अगले सप्ताह भी बाजार में तेजी बने रहने की उम्मीद की जा रही है लेकिन छोटे निवेशकों को सतर्कता बरतने की सलाह दी गयी है क्योंकि जिस शिखर पर बाजार अभी है उसमें करेक्शन की तीव्र आशंका है।

समीक्षाधीन अवधि में बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 5,6100 अंक के स्तर को पार कर बंद होने में सफल रहा। सेंसेक्स 795.40 अंकों की बढ़त के साथ 56124.72 अंक पर बंद हुआ जो अब तक के इसके बंद होने का सबसे उच्चतम स्तर है। इसी तरह से नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) की निफ्टी भी 16700अंक के स्तर के पार बंद हुई। सप्ताह के अंत में यह 254.70 अंकों की बढ़त के साथ 16705.20अंक पर रही।

दिग्गज कंपनियों के साथ ही छोटी और मझौली कंपनियों में भी लिवाली का जोर बना रहा, जिससे बीएसई का मिडकैप 575.52 अंकों की तेजी के साथ 23255.39 अंक पर और स्मॉलकैप 526.04 अंकों की बढ़त लेकर 26284.15 अंक पर रहा। विश्लेषकों का कहना है कि वैश्विक कारकों के साथ ही घरेलू कारक भी बाजार की चाल तय कर रहे हैं, जिससे शेयर बाजार नये शिखर पर पहुंचने में कामयाब रहा है।

केरल को छोड़कर पूरे देश में कोरोना के नये मामलों में लगभग स्थिरता आ गयी, जिससे आर्थिक गतिविधियों के तेजी से पटरी पर लौटने की उम्मीद की जा रही है। इसके साथ ही इस वर्ष मॉनसून के लगभग सामान्य रहने से ग्रामीण क्षेत्रों में मांग बढ़ने की संभावना बनी है, जिससे उपभोक्ता वस्तुओं की मांग आ सकती है।

उनका कहना है कि इन कारकों की वजह से बाजार में तेजी बनी हुई है और अगले सप्ताह भी बाजार में तेजी दिख सकती है। इसके साथ ही अगले सप्ताह वाहनों की बिक्री के आंकड़े, पीएमआई के आंकड़े आने वाले हैं, जिससे बाजार का रुख तय होगा। इसके मद्देनजर छोटे और खुदरा निवेशकों को सतर्कता बरतनी चाहिए क्योंकि बाजाार में करेक्शन या विदेशी निवेशकों द्वारा मुनाफावूसली की आशंका है।