नई दिल्ली। तेल की बढ़ी कीमतों से जहां एक तरफ जनता परेशान है, वहीं, दूसरी तरफ इसके जरिए केन्द्र और राज्य सरकारों को खूब कमाई हो रही है। एक सवाल के जवाब में केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि मध्यप्रदेश इस समय पेट्रोल पर सबसे ज्यादा टैक्स वसूल रहा है। जबकि राजस्थान सरकार डीजल के जरिए सबसे अधिक टैक्स ले रही है। सोमवार को मंत्री ने लोकसभा के जरिए यह जानकारी दी। पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के अंतर्गत लाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी ऐसी कोई योजना नहीं है।
अपने लिखित जवाब में मंत्री ने कहा 31 मार्च 2021 के वित्तीय वर्ष तक केन्द्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी के जरिए पेट्रोल पर 1,01,598 करोड़ रुपये और डीजल पर 2,33,296 करोड़ रुपये की कमाई की है। केन्द्र सरकार और राज्य सरकार दोनों ही पेट्रोल और डीजल के जरिए जमकर कमाई कर रहे हैं।
केन्द्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने बताया कि मध्यप्रदेश सरकार पेट्रोल पर सबसे अधिक 31.55 रुपये टैक्स वसूल रही है। जबकि राजस्थान सरकार डीजल पर देश में सबसे अधिक 21.82 रुपये टैक्स के जरिए काम रही है। वहीं, पेट्रोल पर राजस्थान सरकार 29.88 रुपये और महाराष्ट्र सरकार 29.55 रुपये टैक्स के जरिए प्रति लीटर कमाई करती है। डीजल से आन्ध्र प्रदेश सरकार 21.78 रुपये प्रति लीटर, मध्यप्रदेश 21.68 रुपये, उड़ीसा 20.93 और महाराष्ट्र 20.85 रुपये प्रति लीटर टैक्स के जरिए कमाई करता है।
पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि 2020-21 में राजस्थान सरकार की कमाई पिछ्ले वित्तीय वर्ष के मुकाबले 15,199 करोड़ रुपये हो गई है, इसमें 1800 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है। मध्यप्रदेश सरकार ने 1188 करोड़ रुपये की अधिक कमाई की है, सरकार पेट्रोल और डीजल के जरिए 11,908 करोड़ रुपये की कमाई पिछले वित्त वर्ष में की है।
सरकार की तरफ से दिए गए जवाब में कहा गया है कि विकास की योजनाओं पर पैसा खर्च किया जा रहा है। उज्ज्वला, गरीब कल्याण योजना, आयुष्मान भारत, फ्री राशन जैसी योजनाओं के जरिए सरकार पैसा खर्च कर रही है।