नई दिल्ली। देश में कोरोना की दूसरी लहर, कई राज्यों में लॉकडाउन और कर्फ्यू से पूरे देश में कंपनियों ने बड़े शहरों में अपने ऑफिस बंद कर दिए हैं और उनके कर्मचारी एक बार फिर पूरी तरह घर से काम (Work from home) करने लगे हैं। जिन शहरों में अभी लॉकडाउन नहीं है, वहां भी कंपनियों अपने कर्मचारियों को घर से काम करने को कह रही हैं।
Infosys, TCS, ITC, IBM, Raymond, InMobi, Motilal Oswal Financial Services, Dunzo, Deloitte, SAP India, ManpowerGroup, Quess Corp, BookMyShow, PolicyBazaar और RPG Enterprises सहित कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने को कहा है। कंपनियां ने केवल कोरोना प्रभावित इलाकों में अपनी कर्मचारियों को घर से काम करने को कह रही हैं बल्कि जिन इलाकों में कोरोना का ज्यादा असर नहीं है, वहां भी उन्हें ऐहतियात के तौर पर घर से काम करने की सलाह दे रही हैं।
कौन कंपनी कर रही है कर्मचारियों का वैक्सीनेशन
देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इन्फोसिस के अधिकांश कर्मचारी घर से ही काम कर रहे हैं। कंपनी के सीओओ प्रवीण राव ने उन्हें एक ईमेल भेजकर घर पर ही रहने की सलाह दी है। आईटीसी के हेड (कॉरपोरेट ह्यूमन रिसॉर्सेज) अमिताभ मुखर्जी के मुताबिक कंपनी ने अपने ऑफिस बंद कर दिए हैं और कर्मचारियों को घर से ही काम जारी रखने को कहा है। टीसीएस और आईबीएम ने जून के अंत तक अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की सलाह दी है।
SAP India Labs ने भी सभी कर्मचारियों को घर से काम करने को कहा है। इनमें 10 फीसदी वो कर्मचारी भी हैं जिन्होंने हाल में ऑफिस आना शुरू किया था। कंपनी ने साथ ही बेंगलूरु कैंपस में पात्र कर्मचारियों का वैक्सीनेशन भी शुरू किया है। रेमंड के प्रेजिडेंट (HR) के ए नारायण ने कहा कि हम ऐहतियाती कदम उठाने में सक्रिय रहे और कर्मचारियों को 5 अप्रैल से ही सारा काम घर से करने की सलाह दी। स्थिति के सामान्य होने तक ऐसा ही रहेगा।
आईटी और आईटीईएस इंडस्ट्री बेहतर स्थिति में
इंडस्ट्री के अधिकारियों का कहना है कि इस बार आईटी और आईटीईएस इंडस्ट्री (IT and ITes Industry) लॉकडाउन से निपटने के लिए बेहतर स्थिति में है क्योंकि उनके अधिकांश कर्मचारी पहले ही घर से काम कर रहे हैं। देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए नई दिल्ली सहित देश के कई हिस्सों में लॉकडाउन लगाया गया है।
इंडस्ट्री के एक अधिकारी ने कहा कि महाराष्ट्र जैसे राज्यों में आईटी को आवश्यक सेवाओं की सूची में शामिल किया गया है। दिल्ली में लॉकडाउन का ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि इंडस्ट्री के अधिकांश लोग नोएडा और गुड़गांव में रहते हैं। कुछ कंपनियों ने 10-15 फीसदी कर्मचारियों को बुलाना शुरू किया था लेकिन कोरोना के मामले बढ़ने से एक बार फिर वे घर से काम कर रहे हैं।