नई दिल्ली। कोरोना महामारी के कारण बीते 1 साल में महंगाई तेजी से बढ़ी है। देश में एग्री प्रोडक्ट्स का सबसे बड़ा वायदा बाजार (फ्यूचर मार्केट) नेशनल कमोडिटी एंड डेरीवेटिव्स एक्सचेंज (NCDEX) बीते साढ़े 10 महीनों में ही 44% बढ़ा है। इससे पता चलता है कि देश में खाने-पीने के सामान की कीमतें कितनी तेजी से बढ़ी हैं।
कोरोना काल में तेल और तिलहनों की खपत बढ़ने से इसके दाम में भी जोरदार इजाफा हुआ है। सालभर में सोयाबीन तेल की कीमत 64% बढ़ी है। इसके अलावा मसाले और चना दाल महंगे होने से भी आम आदमी के रसोई का बजट बिगाड़ा है। हालांकि, इससे किसानों को अपनी फसल का अच्छा दाम मिल रहा है।
देश में सोयाबीन का भाव प्रति क्विंटल 7 हजार रुपए के पार निकल गया है, जो पिछले साल 4,500 रुपए के करीब था। वहीं, अगर सरसों की बाते करें तो ये प्रति क्विंटल 6 हजार के पार निकल गई है। जो पिछले साल 4 हजार के करीब था। आम तौर पर खाने में सरसों और सोयाबीन का तेल ही इस्तेमाल में लिया जाता है। ऐसे में इनके महंगे होने से आम आदमी की खाने की थाली महंगी हो गई है।
NCDEX पर कुछ प्रमुख कृषि उत्पादों का सूचकांक यानी एग्रीडेक्स ने केवल साढ़े 10 महीने के कारोबार में ही 44% बढ़ गया है। NCDEX ने पिछले साल 26 मई को 10 लिक्विड कमोडिटीज के मूल्यों पर आधारित सूचकांक एग्रीडेक्स लांच किया था। इन 10 एग्री कमोडिटीज में सोयाबीन, रिफाइंड सोया तेल, चना, सरसों, धनिया, जीरा, कॉटनसीड ऑयलकेक, ग्वारसीड और ग्वारगम हैं। 26 मई को 1000 हजार पॉइंट के साथ इसकी शुरुआत हुई थी, जो अब 1,436 पॉइंट पर पहुंच गया है।
देश में बढ़ रही महंगाई
केडिया एडवायजरी के डायरेक्टर अजय केडिया कहते हैं कि 2021 के शुरुआती सवा तीन महीनों में ही एग्रीडेक्स 24% बढ़ा है। इंडेक्स में आई ये तेजी जबरदस्त कृषि उत्पादों की बढ़ती कीमतों की ओर इशारा करती है। उन्होंने बताया कि बीते एक साल में सोयाबीन 82% बढ़ा है।
10 महीनों में एग्रीडेक्स
आइटम | वर्तमान भाव | 10 महीनों में कितना बढ़ा (% में) |
सोयाबीन | 7187.0 | 82.60 |
रिफाइंड सोया तेल | 1376.0 | 64.20 |
सरसों | 6660.0 | 57.30 |
चना | 5621.0 | 34.60 |
कॉटनसीड ऑयलकेक | 2715.0 | 34.07 |
धनिया | 7242.0 | 14.67 |
जीरा | 14155.0 | -2.31 |
ग्वारसीड | 3982.0 | 9.52 |
ग्वारगम | 5941.0 | 4.10 |
कैस्टरसीड | 4846.0 | 14.18 |