कोटा। देश की सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-एडवांस का परिणाम आईआईटी कानपुर द्वारा रविवार सुबह जारी कर दिया गया। परिणामों में एक बार फिर एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के विद्यार्थियों ने श्रेष्ठता सिद्ध की है। एलन के विद्यार्थियों ने टॉप 10 में दो स्थानों पर कब्जा किया, वहीं टॉप 30 में 11 विद्यार्थियों ने स्थान बनाया है। ये सभी स्टूडेंट्स क्लासरूम कोचिंग से हैं।
संस्था के निदेशक राजेश माहेश्वरी ने बताया कि एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट ने एक बार फिर श्रेष्ठ परिणाम दिए हैं। कोटा निवासी क्लासरूम छात्र लय जैन ने अखिल भारतीय स्तर पर 9वां स्थान प्राप्त किया है। वहीं नील आर्यन गुप्ता ने दसवां स्थान प्राप्त किया है। अभिनव कुमार ने 12वां, सौम्य गोयल ने 13वां, शुभम गुप्ता ने 17वां, करण अग्रवाल ने 21वां, विपुल अग्रवाल ने 22वां, नवनील सिंघल ने 23वां, आदित्य अग्रवाल ने 24वां, पार्थ सतीश लटूरिया ने 29वां तथा भास्कर गुप्ता ने 30वां स्थान प्राप्त किया।
अभी तक देखे गए परिणामों में एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के टॉप 30 में 11, टॉप 50 में 18 तथा टॉप 100 में 30 स्टूडेंट्स हैं। इन 30 स्टूडेंट्स में 22 क्लासरूम से तथा 8 डीएलपी से हैं। यह लगातार चौथा वर्ष है जब एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट ने कोटा में टॉप 100 में सर्वाधिक रैंक देकर श्रेष्ठ परिणाम दिया है।
माहेश्वरी ने बताया कि एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट देश की इस सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा में लगातार बेहतर परिणाम दे रहा है। जेईई-एडवांस्ड आईआईटी कानपुर द्वारा जारी परिणामों में इस वर्ष आईआईटी के 11279 सीटों के लिए कुल 1 लाख 55 हजार 158 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी, जिनमें से 18 हजार 138 विद्यार्थियों जेईई-एडवांस्ड की काउंसलिंग के लिए क्वालीफाई किया गया, जिनमें सामान्य श्रेणी के 8794, ओबीसी के 3140, एससी के 4709 एवं एसटी कैटेगिरी के 1495 शामिल हैं।
विद्यार्थी जिन्होंने विषयवार एवं औसतन दोनों कटऑफ को क्वालीफाई किया, वे ही मेरिट सूची में शामिल किए गए। कटऑफ के अनुसार सामान्य श्रेणी के लिए विषयवार 10 प्रतिशत अर्थात 12 अंक एवं औसतन 35 प्रतिशत यानी 126 अंक, ओबीसी में विषयवार 9 प्रतिशत यानी 11 अंक एवं औसतन 31.5 प्रतिशत यानी 114 अंक, एससी व एसटी श्रेणी के लिए विषयवार 5 प्रतिशत यानी 6 अंक एवं औसतन 17.5 प्रतिशत यानी 63 अंक कटऑफ रहे। इस वर्ष कुल 16062 छात्रों एवं 2076 छात्राओं को क्वालीफाई किया गया है। इस वर्ष पहली बार आईआईटी में 14 प्रतिशत यानी 800 सीटों पर छात्राओं को प्रवेश मिलेगा।