बाड़मेर और अलवर जिले में सरकारी खजाने को करोड़ों रुपए की चपत
बालोतरा। उपकोष कार्यालय पचपदरा में बुजुर्गों के नाम पर उठने वाली पेंशन में लाखों रुपए का गबन सामने आया है। ठेकेदार फर्म की ओर से लगाए गए कंप्यूटर ऑपरेटर अलग-अलग गांवों में सक्रिय उसके गुर्गों ने फर्जी तरीके से काल्पनिक पीपीओ नंबर दर्ज किए कार्यालय की मुहर और फर्जी हस्ताक्षर कर करीब एक हजार से अधिक अपात्र लोगों को ऑनलाइन पेंशनर्स बना दिया।
यह मिलीभगत करीब वर्ष 2014 से चल रही है। इन फर्जी पेंशनर्स के खातों में बकायदा हर महीने पांच सौ रुपए जमा हो रहे हैं। मामला खुला तो उप कोष कार्यालय की ओर से पचपदरा पुलिस थाने में गबन का मामला दर्ज करवाया गया है। साथ ही फर्जी तरीके से पेंशनर्स बने 672 लोगों को नोटिस जारी कर उनके द्वारा उठाई गई पेंशन की राशि पुन: राजकोष में जमा कराने के निर्देश दिए हैं।
नए सॉफ्टवेयर के लिए नया ऑपरेटर सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना अंतर्गत पेंशनर्स को उनके बैंक खातों मनी ऑर्डर से पेंशन दी जाती है। सॉफ्टवेयर बदलने से नए सॉफ्टवेयर में डाटा फीडिंग किया जा रहा है। ऑपरेटर प्रवीण कुमार को इसी फीडिंग कार्य में लगाया गया था।
पचपदरा थाने में मुकदमा
उपकोषअधिकारी पचपदरा देवीलाल सुथार ने प्रवीण कुमार निवासी आदर्श कॉलोनी समदड़ी निविदादाता फर्म देवाराम चौधरी, सचिव रेडी संस्थान बालोतरा, उम्मेदसिंह निवासी चारलाई खुर्द मंजू आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शास्त्री कॉलोनी बालोतरा के खिलाफ पचपदरा पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया है।