कोटा। कोरोना महामारी के दौरान नौकरी छूटने, सैलरी में कटौती या आमदनी कम होने जैसे कई कारणों ने बहुत से पैरंट्स के लिए बच्चो की शिक्षा को लेकर परेशानी बढ़ा दी है। इस समस्या का हल निकालने के लिए स्टार्टअप फिनटेक कंपनी फाइनेंसपियर ने राजस्थान में अपनी फी-फाइनेंसिंग सर्विस शुरू की और यह राज्य कंपनी की विस्तार योजना का एक अहम् हिस्सा है।
केवल कोटा में ही 160 से ज्यादा स्कूलों के साथ अब तक यह कंपनी अपना करार कर चुकी है और उनमे पढ़ने वाले बच्चो को बिना किसी लागत और ब्याज के ईएमआई पर फीस फाइनेंस की सुविधा प्रदान कर रही है। कंपनी ने अब तक 2 लाख से ज्यादा पैंरंट्स को फीस फाइनेंस करने के सोल्यूशन प्रदान किए हैं। फाइनेंसपीयर छात्रों को मुफ्त बीमा की सुविधा भी ऑफर कर रहा है, जो उन्हें अपनी शिक्षा को निरंतर बनाये रखने के लिए सुरक्षा सुनिश्चित कर करती है कुछ भी अनहोनी होने पर।
कंपनी के संस्थापक रोहित गजभिये ने कहा, “हमारा उद्देश्य सभी लोगों तक क्वालिटी एजुकेशन की पहुंच उपलब्ध कराना है। हम पूरे भारत में अपनी पहुंच का विस्तार कर रहे हैं। राजस्थान सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक है। हमने शहर के 160 प्रमुख इंस्टिट्यूट के साथ समझौता किया है। इसके अतिरिक्त हम दूसरे शहरों में भी अपना विस्तार कर रहे हैं।
इस सुविधा से शिक्षण संस्थान को शुरुआत में ही पूरी फीस मिलने में मदद मिलती है और उनके पास संस्थाओं के संचालन के लिए धन की कमी नहीं रहती। हमें स्कूलों या इंस्टीटूट्स से काफी बेहतरीन रेस्पॉन्स मिल रहा है क्योंकि यह पूरी एजुकेशन इंडस्ट्री के लिए काफी मुश्किल समय है। फीस फाइनेंसिंग की सुविधा ने पैरंटेस और स्कूलों की इस मुश्किल समय में काफी मदद की है और उन्हें परेशानी से बचाया है।
कंपनी के सह-संस्थापक सुनीत गजभिये ने कहा, “फीस फाइनेंसिंग मॉडल ने कोरोना महामारी के दौरान बहुत सारे स्कूलों और अभिभावकों को सुविधा प्रदान कर मदद की है। हम चाहते हैं कि बच्चों की शिक्षा वित्तीय संसाधनों की कमी के कारण प्रभावित न हो। फाइनेंसपीयर एक प्रमुख फिनटेक कंपनी है, जो बिना किसी ब्याज और लागत के स्कूल फीस के भुगतान का ऑफर देती है।
कंपनी स्कूल फीस का भुगतान सीधे शिक्षण संस्था को करती है, जिससे छात्रों को सही समय पर दाखिला मिल सके। इससे माता-पिता पर स्कूल फीस के रूप में एक साथ बहुत बड़ी राशि का भुगतान करने का बोझ नहीं पड़ता। कंपनी के नेटवर्क में इस समय 10 हजार से ज्यादा शिक्षा संस्थान है। 15 लाख से अधिक छात्रों को फीस फाइनेंसिंग की सुविधा प्रदान की जा रही है।