40 साल पहले किया होता 1 लाख का निवेश तो आज होते 3.9 करोड़ रुपये

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मुंबई। सोमवार को सेंसेक्स पहली बार 39,000 के स्तर को पार कर गया। इसने चुपचाप एक और मुकाम हासिल किया, 40 साल पहले 1 अप्रैल 1979 को ही सेंसेक्स की शुरुआत हुई थी। 100 पॉइंट्स के साथ शुरुआत करने वाला सेंसेक्स 40 सालों में 390 गुना बढ़ चुका है। इसे आप इस रूप में भी समझ सकते हैं कि यदि किसी ने उस समय 1 लाख रुपये का निवेश किया होता तो आज 3.9 करोड़ रुपये मिलते।

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) ने सेंसेक्स के आकंड़ों को 1985 से प्रकाशित करना शुरू किया, तब यह 400 अंकों पर था। इसी साल इसने सर्वाधिक 94 फीसदी रिटर्न दिया। हालांकि, 2008 में इसने 20,000 के स्तर से 9,600 अंकों का गोता लगाया। सोमवार को मजबूत वैश्विक संकेतों की वजह से सेंसेक्स करीब 200 अंकों की तेजी के साथ 38,859 पर खुला। कुछ ही देर में यह सर्वकालिक ऊंचाई 39,116 तक पहुंच गया और अंत में 199 अंकों की तेजी के साथ 38,859 पर बंद हुआ।

सेंसेक्स द्वारा अर्जित जबरदस्त रिटर्न शेयर बाजार के धन सृजन की शक्ति को दिखाता है, लेकिन इसके लिए निवेशक का बाजार के उतार-चढ़ाव के साथ टिकना अनिवार्य है। लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड, पराग पारिख के फंड मैनेजर राजीव ठक्कर कहते हैं, ‘जो लोग अस्थिरता से डर जाते हैं और बाजार में बने नहीं रहते हैं उन्हें चक्रवृद्धि का लाभ नहीं मिलता है।’

निवेशकों के लिए यह भी सलाह है कि वे स्टॉक की कीमत को जल्दी-जल्दी ना देखें। 40 सालों में एक प्रधानमंत्री और एक पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या हुई, परमाणु परीक्षण हुए, दो बड़े स्टॉक मार्केट घोटाले हुए, एक युद्ध और पाकिस्तान के साथ सीमा तनाव के कई मौके आए, 9/11 और 21/11 जैसे आतंकी घटनाओं ने दुनिया को हिलाया, केंद्र में कई सरकारें गिरीं, इन सबके इन 40 सालों में औसत वार्षिक रिर्टन 16 फीसदी से कुछ अधिक है।

इसकी तुलना में अनुमान के मुताबिक, बैंक एफडी का सालाना औसत 7 फीसदी है और गोल्ड से 9 फीसदी का रिटर्न मिला। वेल्थ मैनेजमेंट और फाइनैंस अडवाइजरी फर्म इटिका के एमडी और सीईओ गजेंद्र कोठारी कहते हैं, ‘किसी भी निवेशक के लिए पैसे बनाने का सेंसेक्स एक आदर्श रास्ता है। इस इंडेक्स में निवेश करने से आप भारत की तरक्की का हिस्सा बनते हैं। इसमें देश की 30 सर्वोत्तम कंपनियां हैं।’