उद्योगपति घराने की बहु न्याय के लिए सड़क पर

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पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करती पीड़िता अपनी बेटियों के साथ।

कोटा। शहर के उद्योगपति घराने की बहु न्याय के लिए दर -दर भटक रही है। पुलिस बजाय मदद करने के वह और उसकी दो बेटियों को हवालात में बंद करने की धमकी देती है। पीड़िता का कहना है कि उसे तलाक नहीं, अपना हक चाहिए। उसने पति पर आरोप लगाया कि वह दिन-रात शराब के नशे में धुत रहते हैं। आये दिन मारपीट करते हैं। ससुराल पक्ष के लोग उसे घर से निकालने के लिए तरह-तरह से प्रताड़ित करते हैं। 

गुमानपुरा निवासी मीता मोदी ने शनिवार को पत्रकारों को बताया कि पिछले 22 वर्षो से ससुराल पक्ष के लोग उसके साथ मारपीट कर घर से बाहर निकालने का प्रयास कर रहे हैं। इस दौरान वह और उसकी दोनों बेटियां ने 6-6 माह पीहर में रहकर समय गुजारा है।

पीड़िता का आरोप है कि उसके और बच्चों की परवरिश के लिए कोई भरण- पोषण का खर्च नहीं दिया जा रहा है। मांगने पर मारपीट की जाती है। जिस कारण वह दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर है।

मीता मोदी ने बताया कि 18 सितम्बर 2017 को उसकी सोसायटी  के खाते से 74 लाख रुपये पति ने उसके फजी हस्ताक्षर करके अपने खाते में टांसफर कर लिए। इसकी शिकायत 10-12 दिन बाद गुमानपुरा थाने में की । शिकायत दर्ज होने पर वापस खाते में राशि ट्रांसफर की गई ।

कुछ समय बीतने के बाद दोबारा फिर से मारपीट की गई । मोदी हाऊस पूरा खाली कर दिया व घर के दरवाजे उखड़वा दिये, जिससे मेरी व मेरी पुत्रियां की सुरक्षा ना हो सके। जिसकी भी शिकायत  थाना गुमानपुरा में करवाई गई। जिसके बाद दोबारा से दरवाजे लगवा दिए ।

13 अक्टूबर 2018 को जेठ द्वारा छोटी बेटी स्तुति मोदी को जबरन दुकान में बंद करने व उसके ऊपर शटर गिराने से उसके सिर में चोट लग गई। पीडिता द्वारा उसका विरोध करने पर दोनो माँ -बेटी को शटर में बंद कर ताला जड़ दिया । पीडिता द्वारा थाना गुमानपुरा पुलिस को सूचना देने पर पुलिस ने आकर शटर का ताला खुलवाया तथा उन्हें बाहर निकाला। देखिए वीडियो –