शिखा अरोड़ा ने एसडीपी डोनेट कर निभाया बेटी का कर्त्तव्य

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कोटा। रक्तदान के क्षेत्र में बेटियां भी अब आगे आने लगी हैं । इसमे जहाँ एक और लोगो में डोनेशन की होड़ हो रही है। वहीं महिलाओं में भी तुलनात्मक रूप से जनजागृति आ रही है। महत्वपूर्ण व रोचक ये है कि एक जागरूक महिला से पूरा परिवार जागरूक हो रहा है।

इस क्षेत्र में अग्रणी कार्य कर रहे टीम जीवनदाता के संयोजक व लायंस क्लब कोटा टेक्नो के डायरेक्टर भुवनेश गुप्ता बताते है कि गत एक सप्ताह में बेटी रेणु कौशिक ने एसडीपी दी। माँ प्रीती गोयल ने सपरिवार रक्तदान किया, और बुधवार को एमबीएस ब्लड बैंक में बेटी शिखा अरोड़ा ने एसडीपी डोनेट की।

एमबीएस में भर्ती ग्राम फुँसरा बाराँ निवासी वृद्ध कृष्ण गोपाल नागर (71) ब्लड कैंसर से ज़िन्दगी की जंग लड़ रहे है। इसी दौरान उन्हें ब्लैक फंगस ने भी जकड़ लिया। मरीज की स्थिति में लगातार गिरावट हो रही थी। उनके पुत्र कौशल नागर व पोते नितेश नागर ने टीम जीवनदाता के भुवनेश गुप्ता के पास प्लेटलेट्स की व्यवस्था हेतु आग्रह किया और कहा कि एसडीपी हेतु डोनर चाहिये।

गुप्ता ने यह अपील व्हाट्सएप पर पोस्ट की। तुरंत, पूर्व में कई बार से डोनेशन की अपनी बारी का इंतज़ार कर रही निजी स्कूल में शिक्षिका शिखा अरोड़ा ने पिता तुल्य वृद्ध रोगी की मदद का पक्का विचार बनाया और फॉरन एमबीएस ब्लड बैंक की ओर रवाना हो गयी। अचानक रास्ते मे उनका मोबाइल गिर गया। फ़ौरन पता चलते ही उसी रास्ते पर उल्टा ढूंढा तो भाग्यवश 15 मिनट की जद्दोजहद से वापस मिल भी गया।

अतिउत्साही शिखा ने एसडीपी डोनेट की। मोटिवेट होकर उन्होंने कहा कि जब आप नेक कार्य की भावना से निकलते हैं तो ईश्वर सदैव आपकी मदद करते है। निःस्वार्थ किये गए मानवीय कार्य का आभामंडल इस राह मे आयी समस्त चुनोतियों से आपके लिए स्वयं जूझता है और जीतता है। मोके पर टीम जीवनदाता के नितिन मेहता, मनीष माहेश्वरी, सौरभ जांगिड़ व भुवनेश गुप्ता ने पूर्ण सहयोग दिया।

नारियों को आगे लाने की रहेगी मुहिम जारी
भुवनेश गुप्ता के अनुसार समाज मे सोशल मीडिया की सहायता से ऐसा माहौल बनाया जा रहा है, जिससे मातृशक्ति अधिकाधिक आगे आये। पिछले एक सप्ताह से इस दिशा में किये गये प्रयासों से सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं। सभी को जल्द एक प्लेटफार्म पर लाकर टीम जीवनदाता की महिला विंग को प्रारम्भ किया जाएगा।