संसद का मानसून सत्र 19 जुलाई से, लोक सभा अध्यक्ष ने तैयारियों का जायज़ा लिया

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संसद के मानसून सत्र की तैयारियों का जायजा लेते लोक सभा स्पीकर ओम बिरला

नई दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सोमवार को 19 जुलाई से आरम्भ हो रहे 17वीं लोकसभा के मानसून सत्र की तैयारियों का जायज़ा लिया। इस दौरान उन्होंने संसद भवन परिसर में विभिन्न स्थानों को दौरा किया और सत्र के सुचारू संचालन के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।

बिरला ने मानसून सत्र की तैयारियों का जायज़ा लेने के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए बताया कि संसद का आगामी मानसून सत्र की बैठक 19 जुलाई को सुबह 11 बजे से शुरु होगी। बिरला ने यह भी बताया कि इस सत्र में 19 बैठकें होंगी।

सत्र के लिए कोविड संबंधी व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी देते हुए बिरला ने कहा कि संसद सदस्योंं, अधिकारियों, मीडिया और अन्य व्यक्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं। वैक्सीन की एक डोज़ ले चुके सदस्यों के लिए आरटीपीसीआर टेस्ट अनिवार्य नहीं होगा। आरटीपीसीआर टेस्ट (RT-PCR Test) की सुविधा संसद भवन परिसर में उपलब्धं रहेगी।

अध्यक्ष महोदय ने बताया कि अब तक कुल 441 सदस्यों को टीका लगाया जा चुका है और बाकी सदस्यों को टीका मेडिकल आधार पर नहीं लगाया जा सका। लोक सभा सचिवालय के अधिकारियों और कर्मचारियों का टीकाकरण भी हो चुका है। बिरला ने कहा कि टीकाकरण की सुविधा संसद भवन परिसर में उपलब्ध रहेगी।

बिरला ने यह भी कहा कि कोविड के कारण लगाए गए प्रतिबंधों के चलते संसद के मानसून सत्र के दौरान आगंतुकों को संसद भवन में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। उन्होंने बताया कि एक मोबाइल एप तैयार किया जा रहा है जिससे सभी संसदीय मामलों के लिए वन स्टॉप सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।

लोक सभा अध्यक्ष ने कहा कि कोविड की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बावजूद 17वीं लोक सभा के पहले पांच सत्रों के दौरान पिछली लोक सभाओं की तुलना में कहीं अधिक कार्य हुआ। 14वीं, 15वीं और 16वीं लोक सभा की तुलना में 17वीं लोक सभा में बैठकों की संख्या अधिक रही, जिसके परिणामस्वरूप 17वीं लोक सभा में कार्य उत्पादकता सबसे अधिक रही। इस संदर्भ में बिरला ने यह जानकारी भी दी कि कोविड काल के दौरान कई सदस्यों ने उत्कृष्ट कार्य किया, जिसे सभी के साथ साझा किया जाएगा।

बिरला ने यह भी बताया कि हाल ही में नियम 377 के अधीन उठाए गए मामलों में मंत्रालयों ने प्राप्त होने वाले उत्तरों में वृद्धि हुई है। लोक सभा अध्यक्ष ने बताया कि 17वीं लोक सभा में कार्यपालिका की जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में कई कदम उठाए हैं।

बिरला ने कहा कि भारत में लोकतंत्र समय की कसौटी पर खरा उतरा है। देश मजबूत हो रहा है और विकास के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने संसदीय राज्य के बारे में बात करते हुए कहा कि विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारत की संसद अंतर-संसदीय समूह और राष्ट्रमंडल संसदीय संघ जैसे विश्व संसदीय मंचों पर सक्रिय रहती है। बिरला ने कहा कि लोक सभा अन्य देशों की संसदों के सदस्योंकी क्षमता का संवर्धन कर सकती है।

संसद की लाइब्रेरी डिजिटाइज़ होगी: बिरला ने बताया कि सदस्यों के क्षमता निर्माण के लिए लोक सभा का रिसर्च विंग सभी संसद सदस्यों को नीतिगत मुद्दों और अन्यो विषयों के बारे में संगत जानकारी 24×7 उपलब्ध कराता है। अध्यक्ष महोदय ने कहा कि आने वाले समय में संसद लाइब्रेरी को पूरी तरह डिजिटाइज़ कर दिया जाएगा तथा 1854 से अब तक के सभी महत्वपूर्ण संसदीय वाद-विवाद, पत्र और दस्तावेज़ आदि डिजिटल रूप से उपलब्ध कराए जाएंगे। संसद लाइब्रेरी और राज्य विधान सभाओं की लाइब्रेरियों को एक डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराया जाएगा।

नए संसद भवन का निर्माण समय पर पूरा होगा: बिरला ने यह भी बताया कि सदस्यों की सुविधा के लिए लाइब्रेरी से पुस्तकों की घर पर डिलीवरी की सुविधा भी शुरू की गई है। नए संसद भवन के बारे में बताते हुए कहा कि नए संसद भवन का निर्माण कार्य समय पर पूरा होगा।