कोटा। लोकसभा अध्यक्ष और कोटा के सांसद ओम बिरला ने कहा है कि कोटा के कोचिंग सेंटरों को शुरू करवाने के लिए राजस्थान सरकार को जल्द निर्णय लेना चाहिए। बुधवार को अपने निर्वाचन क्षेत्र कोटा के नागरिकों से सम्पर्क करने आए बिरला ने कहा कि कोचिंग सेंटर कोटा की आर्थिक रीढ़ हैं। इंजीनियर और डॉक्टर बनने का सपना देखने वाले देशभर के युवा कोटा के कोचिंग सेंटरों में पढऩे के लिए आते हैं। लाखों विद्यार्थी प्रतिवर्ष कोटा के कोचिंग सेंटरों में प्रवेश लेते हैं।
बिरला ने माना कि कोचिंग सेंटर बंद होने से विद्यार्थियों के साथ साथ कोटा शहर को भी नुकसान हो रहा है। बिरला ने कहा कि कोचिंग सेंटरों को खोलने के लिए केन्द्र सरकार ने गाइड लाइन जारी कर दी है। अब यह राज्य सरकार की जिम्मेदारी है कि कोचिंग सेंटरों को शुरू किया जाए।
बिरला ने कहा कि उन्होंने राज्य सरकार से भी आग्रह किया है कि कोटा सहित प्रदेशभर में कोचिंग सेंटर शुरू किए जाए। उन्होंने कहा कि सरकार को कोविड-19 के नियमों के तहत कोचिंग सेंटरों को शुरू करना चाहिए। जब ऑनलाइन पढ़ाई हो रही है और परीक्षाओं के लिए आवेदन फार्म भरवाए जा रहे हैं तब शिक्षण संस्थाओं का खुलना जरूरी है।
कोटा न आने पर अफसोस जताया:
बिरला ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष बनने के बाद भी उनका कोटा के नागरिकों से लगातार सम्पर्क रहा। लेकिन, कोरोना संक्रमण की वजह से पिछले कुछ माह से वे अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों से सम्पर्क नहीं कर सके। इसका उन्हें अफसोस हैं। 2 दिसम्बर को बिरला ने कोटा में कैम्प लगाकर जनसुनवाई की और मौके पर ही समस्याओं का समाधान किया। हाल ही में हुए नगर निगम के चुनावों में दोनों निगमों में भाजपा का मेयर नहीं बन सका। निगम चुनाव में भाजपा को मात खानी पड़ी है।