मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी (एमपीसी) के फैसलों की बदौलत घरेलू शेयर बाजार इस कारोबार सप्ताह में पहली बार बढ़त के साथ बंद होने में कामयाब रहे। बंबई स्टॉक एक्सचेंज का बीएसई 362.12 अंकों की तेजी के साथ 38,025.45 अंकों पर बंद हुआ। कोविड-19 के कारण मार्च में आई गिरावट के बाद यह सबसे उच्चतम स्तर पर बंद हुआ है।
वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 98.50 पॉइंट की तेजी के साथ 11,200.15 पॉइंट पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार के दौरान बीएसई ने 38221.40 और निफ्टी ने 11256.80 अंकों का स्तर छूआ। सुबह बीएसई 283.47 अंकों की तेजी के साथ 37946.80 अंकों पर और निफ्टी 65.60 अंकों की तेजी के साथ 11185.70 अंकों पर खुला था।
रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं
सभी आशंकाओं को दरकिनार करते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी (एमपीसी) ने रेपो रेट को 4 फीसदी पर बरकरार रखने का फैसला लिया है।
दास ने बताया कि एमपीसी ने यह फैसला एकमत से लिया है। इसके अलावा रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी, मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी रेट 4.25 फीसदी और बैंक रेट 4.25 पर बरकरार रखा गया है। आपको बता दें कि फरवरी से अब तक आरबीआई 115 बेसिस पॉइंट की कटौती कर चुका है। इससे पहले पिछले साल आरबीआई ने 135 बेसिस पॉइंट की कटौती की थी।
बीएसई में बैंकिंग सेक्टर का हाल
बैंक | तेजी |
सिटी यूनियन बैंक | 2.54% |
आईसीआईसीआई बैंक | 1.97% |
एचडीएफसी बैंक | 1.24% |
कोटक बैंक | 0.46% |
इंडसइंड बैंक | 0.39% |
फेडरल बैंक | 0.19% |
बंधन बैंक | -3.57% |
आरबीएल बैंक | -0.49% |
एक्सिस बैंक | -0.43% |
एसबीआई | -0.29% |
बीएसई में 56 फीसदी शेयरों में रही तेजी
- बीएसई में गुरुवार को कुल 2830 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इसमें से 1581 कंपनियों के शेयर बढ़त और 1076 कंपनियों के शेयर गिरावट के साथ बंद हुए। 173 कंपनियों के शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ।
- इंट्रा-डे में 162 कंपनियों के शेयरों ने 52 सप्ताह का उच्चतम स्तर को पार किया। वहीं 56 कंपनियों के शेयर 52 सप्ताह के निम्नतम स्तर पर पहुंचे।
- आज 409 कंपनियों के शेयरों में अपर सर्किट लगा। वहीं 219 कंपनियों के शेयरों में लोअर सर्किट लगा।
- बीएसई का मार्केट कैपिटलाइजेशन 149 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा हो गया है।