केरल से टकराया मानसून, स्काईमेट का दावा

0
898

नई दिल्ली। प्राइवेट वेदर एजेंसी स्काईमेट ने दावा किया है कि 30 मई (शनिवार)को मानसून केरल के तट से टकरा गया। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी)के पूर्वानुमान के उलट दो दिन पहले ही मानसून केरल पहुंच गया। आईएमडी ने 1 जून को मानसून के पहुंचने की बात कही थी।

मौसम विभाग ने अप्रैल में कहा था कि इस बार मानसून औसत ही रहने वाला है। विभाग के मुताबिक, 96 से 100% बारिश को सामान्य मानसून माना जाता है। पिछले साल यह आठ दिन की देरी से 8 जून को केरल के समुद्र तट से टकराया था। भारत में जून से सितंबर के बीच दक्षिण-पश्चिम मानसून से बारिश होती है।

आधे से ज्यादा खेती सिंचाई के लिए बारिश पर निर्भर
भारत जैसे कृषि प्रधान देश के लिए मानसून बेहद जरूरी है। अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा कृषि आधारित है। देश में आधे से ज्यादा खेती सिंचाई के लिए बारिश पर ही निर्भर होती है। चावल, मक्का, गन्ना, कपास और सोयाबीन जैसी फसलों के लिए बारिश बेहद जरूरी होती है।