नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस से बचाव के चलते लगाए गए लॉकडाउन को देखते हुए केंद्र सरकार ने CBSE को सलाह दी है कि वह पहली से लेकर आठवीं तक के सभी छात्रों को अगली कक्षा में बिना परीक्षा लिए ही उत्तीर्ण करें। मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट कर कहा है कि कोरोना वायरस की वजह से मौजूदा हालत को देखते हुए CBSE को मैंने सलाह दी है कि वह पहली से लेकर 8वीं तक के सभी विद्यार्थियों को बिना परीक्षा के ही अगली कक्षा में उत्तीण किया जाए।
केंद्रीय मंत्री (Dr Ramesh Pokhriyal Nishank) ने एक के बाद एक किए गए सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि नौवीं कक्षा के विद्यार्थियों को स्कूल असाइनमेंट के आधार पर अगली कक्षा में उत्तीर्ण किया जाए। वहीं पहली से लेकर आठवीं कक्षा तक के स्टूडेंट्स को बिना परीक्षा के ही अगली कक्षा में भेजा जाए। उन्होंने कहा है कि कक्षा 9वीं और 11वीं में पढ़ने वाले विद्यार्थी ग्रेड के आधार पर स्कूल आधारित असाइनमेंट (school based assessments) के जरिए अगली कक्षा में उत्तीर्ण किए जाएंगे।
केंद्रीय मंत्री निशंक ने अपने ट्वीट में कहा है कि इस बार प्रोन्नत नहीं हुए छात्र स्कूल स्तर पर ऑनलाइन या ऑफलाइन टेस्ट परीक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। लॉकडाउन के चलते सीबीएसई की कई परीक्षाएं बची रह गई थीं। इसके लिए मानव संसाधन विकास मंत्री निशंक ने ट्वीट करके कहा है कि कोविड 19 के संक्रमण की मौजूदा स्थिति और छात्रों के शैक्षणिक भविष्य को ध्यान में रखते हुए मैंने सीबीएसई बोर्ड को केवल 29 मुख्य विषयों की बोर्ड परीक्षाएं ही आयोजित करने की सलाह दी है। CBSC केवल उन्हीं विषयों की परीक्षा कराए जो HEI यानी हायर एजुकेशनल इंस्टीट्यूट (Higher Educational Institute) में दाखिले के लिए जरूरी हों।
29 सब्जेक्ट
इधर सीबीएसई ने कक्षा 10 और 12 के लिए रीशेड्यूल बोर्ड परीक्षाओं के संबंध में सूचना जारी की है। सीबीएसई बोर्ड ने कहा है कि अब इस स्तर पर बोर्ड के लिए परीक्षाओं का नया शेड्यूल तय करना और उसकी घोषणा करना काफी मुश्किल है। बोर्ड परीक्षाओं के संचालन की बाबत कोई भी फैसला उच्च शिक्षा अधिकारियों के साथ व्यापक विचार-विमर्श करके… साथ ही प्रवेश परीक्षा एवं प्रवेश तिथियों को ध्यान में रखते हुए लेगा। बोर्ड परीक्षा शुरू करने से पहले सभी हितधारकों को लगभग 10 दिनों का नोटिस जाएगा।