लॉकडाउन के दौरान अखबार एवं माल की सप्लाई प्रभावित न हो, केंद्र के निर्देश

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नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमण के कुल 1127 मामले सामने आ चुके हैं। ये आंकड़ा covid19india.org वेबसाइट के अनुसार है। सरकार के आंकड़ों में अभी संक्रमितों की संख्या 1024 ही है। इनमें से 95 ठीक हो गए हैं। देश में अब तक कोरोना से 30 लोगों की जान चली गई है। इस बीच, केंद्रीय गृह सचिव ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को चिठ्ठी लिखकर कहा है कि लॉकडाउन के दौरान अखबार की सप्लाई प्रभावित न हो।

सरकार ने इसे प्रिंट मीडिया के तहत जरूरी वस्तुओं की श्रेणी में शामिल किया है। अजय भल्ला की तरफ से लिखी इस चिठ्ठी में जरूरी और गैर जरूरी का भेद किए बगैर सभी तरह के माल की ढुलाई की इजाजत देने की बात भी कही गई है।

इधर, रविवार को न्यूज एजेंसी ने सेना के एक जवान में संक्रमण की खबर दी, लेकिन सेना ने साफ किया कि जवान की रिपोर्ट निगेटिव पाई गई है। न्यूज एजेंसी ने श्रीनगर में टेरिटोरियल आर्मी के जिस सूबेदार के कोरोना पॉजिटिव होने की बात कही थी, वह कुछ दिन पहले ही छुट्टी से लौटा था और उसका स्वास्थ्य परीक्षण भी हुआ था।

मजदूरों को राज्यों की सीमा पर रोकने के निर्देश
संक्रमण रोकने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन के बीच दिहाड़ी मजदूर और ऐसे ही कामगार हजारों की तादाद में मुंबई, जयपुर, सूरत जैसी जगहों से अपने-अपने राज्यों की ओर जा रहे हैं। हालात को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि ऐसे मजदूरों का मूवमेंट रोका जाए। इन लोगों को सीमाओं पर ही 14 दिन के लिए क्वारैंटाइन किया जाए और राज्य अपनी तरफ से इन लोगों के खाने-पीने का इंतजाम करें।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने निवास पर हुई मंत्री समूह की बैठक में लॉकडाउन के दौरान सफर करने वाले प्रवासियों को रहने के लिए अस्थाई आवास देने का फैसला किया गया। इस बीच, सरकार ने कंपनियों से कहा है कि वे अपने वर्कर्स की सैलरी ना काटें और वक्त पर उन्हें पैसा दें। राज्यों की पुलिस को निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी किराएदार से मकान मालिक एक महीने तक किराया ना मांगे, ताकि वे वहीं बने रहें।