नई दिल्ली। यूरोपियन यूनियन के आग्रह के बाद यूट्यूब ने भी नेटफ्लिक्स के रास्ते पर चलते हुए हाई डेफिनेशन (एचडी) और फुलएचडी की बजाय स्टैंडर्ड डेफिनेशन (एसडी) क्वालिटी में वीडियो दिखाने का फैसला लिया है, हालांकि ने यह फैसला फिलहाल सिर्फ यूरोप के लिए लिया है। यूट्यूब के इस फैसले पर कंपनी के एक प्रवक्ता ने टेकक्रंच को बताया कि भले ही यूजर्स को एसडी में वीडियो दिखाने का फैसला लिया है लेकिन उन्हें अच्छी क्वालिटी मिलेगी।
बता दें कि कोरोना वायरस के कारण आधी दुनिया घरों में कैद है। वहीं लाखों लोग घर से काम कर रहे हैं। जो लोग घर हैं वे ऑनलाइन वीडियो देखकर और गेम खेलकर अपना समय बिता रहे हैं। इसी बीच यूरोपियन यूनियन ने हाल ही में नेटफ्लिक्स और अमेजन प्राइम वीडियो स्ट्रीमिंग जैसे प्लेटफॉर्म्स से कहा था कि वे हाई डिफिनेशन (एचडी) क्वालिटी में वीडियो दिखाना बंद करें तो नहीं तो यूजर्स के बढ़ने के साथ इंटरनेट आउटेज की समस्या हो सकती है।
यूरोपीय आयुक्त थियरी ब्रेटन ने ट्वीट करके कहा है कि ब्रिटेन की सभी कंपनियों को कुछ दिनों के लिए स्टैंडर्ड डिफिनेशन (एसडी) क्वालिटी में वीडियो स्ट्रीमिंग करनी चाहिए। थियरी ने यह ट्वीट नेटफ्लिक्स के लिए सीईओ रीड हेस्टिंग्स से हुई बातचीत के आधार पर किया है।
उन्होंने #SwitchtoStandard का इस्तेमाल किया और कहा कि जब HD आवश्यक नहीं है तो इसे बंद करना चाहिए। इस बातचीत के बाद नेटफ्लिक्स ने एचडी वीडियो बंद कर दिया है। हालांकि अमेजन प्राइम वीडियो का अभी तक कोई बयान नहीं आया है।