नई दिल्ली। 10वीं और 12वीं के बाद छात्र करियर के चुनाव को लेकर कंफ्यूज रहते हैं। एक तो उनको करियर के विभिन्न विकल्पों का पता नहीं होता। दूसरी ओर वह यह भी तय नहीं कर पाते हैं कि उनके हिसाब से करियर का बेहतर विकल्प क्या होगा। ऐसे में सीबीएसई और एनसीईआरटी ने छात्रों की प्रतिभा और योग्यता के हिसाब से उनको करियर से संबंधित बेहतरीन सुझाव देने की पहल की है।
नौवीं और दसवीं क्लास के छात्रों के लिए ‘तमन्ना’ के नाम से एक ऐप्टिट्यूड टेस्ट डिजाइन किया गया है। अब तक निजी संस्थानों द्वारा ही इस ऐप्टिट्यूड टेस्ट का आयोजन किया गया है जिसने छात्रों से भारी चार्ज वसूले। यह सरकारी स्कूलों के लिए महंगे पड़ रहे थे। अब सीबीएसई और एनसीईआरटी द्वारा इसके आयोजन का खासतौर पर सरकारी स्कूलों के शिक्षक और अभिभावक स्वागत कर रहे हैं। जल्द ही टेस्ट का ऑनलाइन वर्जन भी आएगा।
अथॉरिटीज के मुताबिक, ऐप्टिट्यूड टेस्ट से पता चल पाएगा कि कोई छात्र कौन सा स्किल हासिल कर सकता है या किस फील्ड की पढ़ाई करनी चाहिए। उन्होंने बताया, ‘ऐप्टिट्यूड से संबंधित सूचना छात्र की शैक्षिक और करियर संबंधित पसंद के संबंध में फैसला लेने में छात्र, अभिभावक और स्कूल का मार्गदर्शन करेगी। इससे छात्र अपनी योग्यता के मुताबिक विभिन्न विकल्पों का चयन करने में सक्षम होंगे।’
‘तमन्ना’ के लिए एक पोर्टल बनाया गया है जिस पर तमन्ना की डीटेल्स है। टेस्ट में सात ऐप्टिट्यूड का मूल्यांकन किया जाएगा जो लैंग्वेज ऐप्टिट्यूड, आब्सट्रैक्ट रीजनिंग, वर्बल रीजनिंग, मकैनिकल रीजनिंग, न्यूमेरिकल ऐप्टिट्यूड, स्पैटल ऐप्टिट्यूड और परसेप्चुअल ऐप्टिट्यूड हैं।
सीबीएसई ने यह स्पष्ट किया है कि सातों ऐप्टिट्यूड में हाई स्कोर करना संभव नहीं है। ऐसे में अगर किसी छात्र का किसी ऐप्टिट्यूड में स्कोर कम होता है तो इसका मतलब यह नहीं कि वह आगे पढ़ाई करने या किसी फील्ड में करियर बनाने में सक्षम नहीं है। इस तरह के छात्रों की खुद को समझने में मदद की जाएगी। उनको स्कूल में अपनी पसंद की गतिविधियों में हिस्सा लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इस तरह के छात्रों की मदद के लिए प्लानिंग सेशन आयोजित किए जाएंगे।