जयपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को झारखंड से देश भर के 5 करोड़ छोटे और सीमांत किसानों के लिए किसान मानधन योजना लागू करने जा रहे हैं। लेकिन योजना की लंबी अवधि और अन्य खामियों के चलते राजस्थान समेत अन्य राज्य इसमें रुचि नहीं दिखा रहे हैं। देश भर से 8 लाख 51 हजार 911 किसानों ने ही अब तक योजना में आवेदन किए हैं।
राजस्थान में 62 लाख किसानों में से 51 लाख से ज्यादा किसान तो आयु सीमा के दायरे में नहीं आने की वजह से पहले ही योजना से बाहर हो चुके हैं। शेष 11 लाख किसानों में 12,399 ने ही मंगलवार तक इस योजना के लिए आवेदन किया है। मेघालय में तो सिर्फ 1 किसान ने योजना के लिए आवेदन किया है। सिक्किम में 10, गोवा में 74, केरल में 405, तेलंगाना में 4 हजार, पंजाब में 6341, आंध्रप्रदेश में 14,998 व कर्नाटक में 11462 किसानों ने ही योजना के लिए आवेदन किए हैं।
योजना- 18 से 40 साल तक के किसानों के लिए
18 साल से 40 साल तक के किसानों को 55 रुपए से लेकर 200 रुपए प्रतिमाह प्रीमियम जमा करवाना होगा। सबसे कम प्रीमियम 18 साल के किसान को 55 रुपए प्रतिमाह का देना होगा। इसके बाद जैसे-जैसे किसान की आयु बढ़ेगी प्रीमियम की राशि में भी इजाफा होगा। इसके बराबर प्रीमियम राशि केंद्र सरकार अपनी तरफ से मिलाएगी। जब वे 60 साल के हो जाएंगे तो उन्हें हर महीना 3 हजार रुपए पेंशन मिलेगी।
केंद्र सरकार ने राज्यों को पत्र लिखा है कि यदि किसान सहमति देते हैं तो प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना में उन्हें मिलने वाली राशि में से इस योजना के लिए प्रीमियम काटा जा सकता है। इस योजना के लिए केंद्र ने तीन सालों के लिए 10774 करोड़ खर्च अनुमानित रखा है। योजना में किसान खुद भी आवेदन कर सकते हैं।
राजस्थान ने योजना में बदलाव की मांग की
राजस्थान ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर योजना रिफ्रेम किए जाने मांग की है। सहकारिता रजिस्ट्रार आईएएस नीरज के. पवन ने बताया कि प्रदेश में 18 साल की उम्र से पहले किसान के नाम जमाबंदी नहीं होती। वहीं किसान 18 साल का हो भी जाता है तो भी इस प्रक्रिया में काफी समय लगता है। इसके अलावा प्रदेश में 83 प्रतिशत किसान 40 साल से अधिक उम्र वाले हैं जो इस योजना में शामिल नहीं है।
लंबी अवधि की वजह से किसानों ने योजना से बनाई दूरी
किसान मन धन योजना की सबसे बड़ी खामी इसकी लंबी अवधि है। यदि 18 साल की आयु का कोई किसान इस योजना में आवेदन करता है तो उसे 42 साल तक प्रीमियम देना होगा। इसके बाद उसे 3 हजार रुपए प्रतिमाह पेंशन मिलनी शुरू होगी। यहां तक कि 40 साल की उम्र वाले किसान को भी 20 साल तक प्रीमियम जमा करवाना होगा।