नई दिल्ली। तकनीक से जुड़े कारोबारी संचालन की शुरुआत या विस्तार के लिए बेंगलुरु एशिया में सबसे अच्छा शहर है। यह बात प्रोपर्टी कंसल्टेंट कोलियर्स इंटरनेशनल ने कही। कंसल्टेंट कंपनी ने अपनी रिसर्च रिपोर्ट ‘टॉप लोकेशंस इन एशिया’ (टेक्नोलॉजी सेक्टर) के विकसित और उभरते बाजारों के 16 शहरों की पड़ताल की है। इसने सामाजिक-आर्थिक, प्रोपर्टी और मानवीय पहलू जैसे करीब 50 पैमाने पर इन शहरों को कसकर यह समझने की कोशिश की कि तकनीक हब के रूप में यह शहर कितने योग्य हैं।
16 शहरों में हैदराबाद को सातवां, मुंबई को 10वां और दिल्ली एनसीआर को 11वां रैंक मिला। कंसल्टेंट ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि एशिया में तकनीक कार्यों की शुरुआत या विस्तार करने के लिए बेंगलुरु , सिंगापुर और शेंझेन सर्वोत्तम विकल्प है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में सिलिकॉन वैली के नाम से जाने जाने वाले बंगलूरू को तकनीक कार्यालय खोलने वालों के लिए एशिया में नंबर एक विकल्प के रूप में चुना गया है।
बेंगलुरु को सर्वाधिक पसंद किए जाने की मुख्य वजह इसकी सामाजिक आर्थिक ताकत है, जिसकी वजह से एशिया में इसकी विकास दर सबसे तेज रहने की उम्मीद है। इसकी औसत सालाना जीडीपी विकास दर 2022 तक 9.6 फीसदी का अनुमान है। इस शहर को व्यापक और गहरे अनुभव वाले प्रतिभा भंडार का भी स्वाभाविक लाभ मिलता है।
कोलियर्स इंटरनेशनल इंडिया के प्रबंध निदेशक जो वर्गीज ने कहा कि बंगलूरू में जनसंख्या के लिहाज से देश में सर्वाधिक उच्च शिक्षण संस्थान हैं, जिनकी आईटी सेक्टर के लिए रोजगारपरकता 24 फीसदी है। तकनीक स्टार्टअप के लिए एक प्राकृतिक हब के तौर पर बंगलूरू में सर्वाधिक स्टार्टअप निवेश हुआ है, जो पिछले तीन साल में सालाना औसत चार अरब डॉलर है।
वर्गीज ने कहा कि यदि ग्रेड ए कार्यालय परिसर की बात करें, तो एशिया में तोक्यो के बाद इसकी सर्वाधिक उपलब्धता बेंगलुरु में है। इसके साथ ही कम नियोक्ता लागत होने और जीवनयापन खर्च के लिहाज से सबसे सस्ते 10 शहरों में शुमार होने से भी बेंगलुरु की लोकप्रियता को लाभ मिलता है। बेंगलुरु को 68 फीसदी अंक मिले। यह देश का सबसे बड़ा कार्यालय बाजार है, जहां ग्रेड ए कार्यालय परिसर की उपलब्धता 14.1 करोड़ वर्ग फुट है।
इस आधार पर बंगलूरू एशिया में तोक्यो के बाद दूसरा सबसे बड़ा शहरी कार्यालय बाजार है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस तरह से तकनीक कार्यों के लिए कार्यालय की खोज करने वालों के लिए बंगलूरू में काफी स्थान उपलब्ध हैं। हाल के वर्षों में भारत में कार्यालय परिसर की खपत में आईटी सेक्टर का योगदान 60-70 फीसदी रहा है। हालांकि अन्य सेक्टरों से मांग बढ़ने के करण यह अनुपात घट रहा है।
हैदराबाद में कर की दर कम
हैदराबाद को 59 अंकों के साथ सातवां रैंक मिला है। इस शहर मे विकास की संभावना भारत के अन्य शहरों जैसी ही है, लेकिन सामाजिक-आर्थिक पैमाने पर यह कुछ पीछे हे और प्रतिभा भंडार में इसकी बंगलूरू से सानी नहीं है। कर की दर और जीवनयापन का खर्च हालांकि हैदराबाद में कम है और मानवीय पैमाने पर यह देश के कई अन्य शहरों से बेहतर है।
सामाजिक-आर्थिक पैमाने पर भी बेंगलुरु आगे
कोलियर्स ने कहा कि लंबे समय तक उच्च विकास दर की संभावना के कारण सामाजिक-आर्थिक पैमाने पर भी बेंगलुरु आगे है। कार्यालय परिसर की भी बेंगलुरु में काफी उपलब्धता है। इस शहर में कर्मचारी लागत कम होने और किराया कम होने से नियोक्ता लागत भी कम है। इसके साथ ही जीवनयापन का खर्च कम होने के कारण इसे मानवीय पैमाने पर भी इसे ऊंचा अंक मिला है।