HCL बनी देश की तीसरी सबसे बड़ी आईटी सर्विस कंपनी

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नई दिल्ली । दिग्गज आईटी कपंनी एचसीएल टेक्नोलॉजीज लिमिटेड देश की तीसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर सर्विसेज कंपनी बन गई है। एचसीएल ने यह स्थान विप्रो को पछाड़ हासिल किया है। जानकारी के लिए बता दें कि शुक्रवार को एचसीएल ने वित्त वर्ष 2019 की पहली तिमाही (अप्रैल से जून) के नतीजे जारी कर दिये है।

एचसीएल का डॉलर रेवेन्यू 0.8 फीसद की बढ़त के साथ 2.05 बिलियन डॉलर हो गया है। वहीं दूसरी ओर विप्रो ने तिमाही नतीजों का रेवेन्यू 2.02 बिलियन डॉलर रहा है। जानकारी के लिए बता दें कि बीते वर्ष विप्रो का पूरे साल का रेवेन्यू 8.06 बिलियन डॉलर रहा था जो कि एचसीएल टेक्नोलॉजी से करीब 220 मिलियन डॉलर ज्यादा था। उस समय एचसीएल का रेवेन्यू 7.84 बिलियन डॉलर था।

बीते तीन वर्षों में एचसीएल ने कंपनियों के अधिग्रहण और कंपनियों से बौद्धिक संपदा के लाइसेंस के लिए 2.1 बिलियन डॉलर का निवेश किया है। वहीं विप्रो ने बीते तीन सालों में कंपनियों के अधिग्रहण और विप्रो वेंचर्स के जरिए स्टार्टअप में अल्पसंख्य हिस्सेदारी खरीदने के लिए 1.3 बिलियन डॉलर खर्च किये हैं।

कैसे रहे एचसीएल के नतीजें-
चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में कंपनी का मुनाफा 7.9 फीसद बढ़कर 2,403 करोड़ रुपये हो गया है। जबकि बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में कंपनी का मुनाफा 2,227 करोड़ रुपये रहा था। अप्रैल से जून 2019 के दौरान एचसीएल टेक की रुपये में आय 5.3 फीसद बढ़कर 13,878 करोड़ रुपये रही है जबकि बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में यह 13,179 करोड़ रुपये रही थी।

तिमाही दर तिमाही आधार पर जून तिमाही में एचसीएल टेक का एबिट 2,583 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,729 करोड़ रुपये हो गया है। वहीं एबिट मार्जिन 19.6 फीसद बढ़कर 19.7 फीसद रहा है।