कोटा। बारूदी सुरंगों और आतंकवादियों के हमले से बचाने के लिए कोटा में सेना जवानों के लिए बुलेटफ्रूफ गाड़ियां बनेंगी। इसके अलावा सरहद व खुफिया ठिकानों पर छिपे आतंकवादियों पर नजर रखने के लिए पायलट रहित एयर क्राफ्ट बनेंगे। यह ड्रोन की तरह काम करेंगे और इनके कैमरे ऑनलाइन पिक्चर कंट्रोल रूम पर देंगे।
इसके लिए डीसीएम श्रीराम इंड्रस्ट्रीज लिमिटेड ने सरकार से लाइसेंस लिया है। विदेशी तकनीक की मदद से कंपनी कोटा में स्थित प्लांट पर इनको बनाएगी। आने वाले दो सालों में पहली खेप तैयार होगी। सीनियर वाइस प्रेसिडेंट व यूनिट हैड वीके जेटली ने बताया कि मेक इन इंडिया के तहत यह तैयारी शुरू की थी। एक साल बाद जाकर यह लाइसेंस मिला है।
प्राइवेट क्षेत्र में यह पहला प्लांट होगा, जो सुरक्षा से जुड़ी आधुनिक चीजें बनाकर देगा। इसका लाइसेंस लेने में सुरक्षा मंत्रालय से लेकर राज्य सरकार तक 21 डिपार्टमेंट की स्वीकृति ली गई है। कंपनी की ओर से नए प्लांट के लिए 10 एकड़ जमीन तैयार की गई है।
पायलट रहित एयर क्राफ्ट :बॉर्डर, नक्सली, कश्मीर सहित अन्य आतंकवादी क्षेत्र में निगाह रखने के लिए पायलट रहित एयर क्राफ्ट बनाए जाएंगे। इसमें आधुनिक कैमरे होंगे और यह 500 से 2000 किमी तक उड़ान भर सकेंगे। इसे बड़ा ड्रोन भी कह सकते हैं। सबसे अहम बात होगी कि यह ऑनलाइन सिस्टम से जुड़े होंगे, जिससे तत्काल पूरी जानकारी कंट्रोल रूम पर मिलती रहेगी। अभी तक सेना ऐसे विमान के लिए दूसरे देशों पर निर्भर थी।
बुलेटप्रूफ गाड़ी दो देशों की मदद से तैयार की जा रही है। गाड़ी का इंजन और मोटर सहित अन्य आधुनिक तकनीक विदेशों की है। एक सामान्य गाड़ी में लगभग एक करोड़ रुपए का खर्च आएगा। इस पर एके-47 की गोलियों का कोई असर नहीं होगा। बारूदी सुरंगों से पूरी तरह से सुरक्षित है।
हैंड ग्रेनेड के हमले से भी बचाएगी और सबसे खास बात है कि यह पानी, बर्फ और ऊबड़ खाबड़ रास्ते पर आसानी से चल सकेगी। इसके अलावा अगर आवश्यकता हुई तो यह दो पहियों पर 30 डिग्री के एंगल पर टेढ़ी होकर चल सकेगी। टायर खराब होने के बाद भी 50 किमी तक चल सकेगी। इसमें 5 लोगों के बैठने से लेकर सामान ले जाने की व्यवस्था की जाएगी। माइक, सर्विलांस सिस्टम अलावा अन्य आधुनिक वस्तुएं रहेंगी।
- इसलिए किया कोटा का चुनाव
- कोटा के प्लांट में 145 इंजीनियर पहले से काम कर रहे हैं।
- पानी और बिजली की पूरी व्यवस्था
- कोटा में माहौल शांत।
- क्राइम में भी यूपी, बिहार व बंगाल से काफी कम रेशो
- दिल्ली पास होने से कई चीजों में आसानी होगी।
सर्विलांस पर रहेंगे कर्मचारी
प्लांट पर ट्रिपल लेयर सुरक्षा व्यवस्था रहेगी। पहली लेयर में कंपनी के गार्ड रहेंगे। उसके बाद इलेक्ट्रॉनिक सुरक्षा रहेगी। थर्ड पार्ट पर हर व्यक्ति सर्विलांस पर रहेगा। सुरक्षा के लिए सेना के बड़े अधिकारी बार-बार विजिट कर रहे हैं। इसके अलावा प्लांट शुरू होने से कोटा के कई उद्योगों को फायदा मिलेगा। कुछेक सामान को शहर में भी बनाया जाएगा। लाइसेंस मिलने से पहले सेना व इंटेलीजेंस की टीम ने कई दिनों तक प्लांट व अधिकारियों पर निगाह रखी। उनकी पूरी मॉनिटरिंग की गई।- वीके जेटली, वाइस प्रेसिडेंट, डीसीएम श्रीराम रेयंस कोटा