नई दिल्ली। देश के 10 करोड़ परिवारों को आयुष्मान स्क्ीम के तहत 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज मुहैया कराने में आधार मोदी सरकार के लिए सबसे बड़ा मददगार साबित हो सकता है। सरकार 10 करोड़ गरीब परिवारों के आधार को ही आयुष्मान स्कीम से लिंक कर सकती है।
इस तरह से इन परिवारों को स्कीम के तहत मुफ्त इलाज के लिए कोई ओर कार्ड मुहैया नहीं कराना पड़ेगा। स्कीम में कवर व्यक्ति अस्पताल में अपना आधार नंबर देकर अपना इलाज करा सकेगा।
नहीं हो पाएगा फर्जीवाड़ा
सूत्रों के मुताबिक ज्यादा संभावना यह है कि आयुष्मान स्कीम को राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना की तर्ज पर लागू किया जाए। राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत कवर लोगों को एक कैशलेस स्मार्ट कार्ड दिया गया है। अस्पताल इस कार्ड के आधार पर ही लोगों का इलाज करते हैं।
लेकिन इस स्कीम में बड़े पैमाने पर गड़गड़ी पाई गई है। ऐेसे मामले बड़े पैमाने पर सामने आए हैं जहां बीपीएल सदस्य के नाम पर किसी और ने अपना इलाज करा लिया या अस्पताल ने बीपीएल सदस्यों का अंगूठा लगवा कर क्लेम ले लिया।
आधार रोकेगा आयुष्मान स्कीम में फर्जीवाड़ा
सूत्रों के मुताबिक आयुष्मान स्कीम में राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना की तरह फर्जीवाड़ा रोकने में आधार बड़ा हथियार बन सकता है। आयुष्मान स्कीम में कवर सभी परिवारों के आधार को स्कीम से लिंक किया जा सकता है। इसके बाद स्क्ीम के दायरे में आने वाले सदस्यों को इलाज कराने के लिए किसी और कार्ड की जरूरत नहीं होगी।
वे अस्पताल में जाकर आधार नंबर देकर अपना इलाज करा सकेंगे। इलाज कराने वाले व्यक्ति के आधार का ऑथेंटिकेशन जरूी होगा। इस तरह से इस स्क्ीम में फर्जीवाड़े की गुंजाइश काफी हद तक कम हो जाएगी।
बीमा कंपनियों की पहुंच के आधार पर मिलेगी जिम्मेदारी
सूत्रों के मुताबिक इस स्क्ीम के तहत करीब 50 करोड़ लोग कवर होंगे। ऐसे में इतनी बड़ी आबादी को हेल्थ इन्श्योरेंस कवर देना एक दो बीमा कंपनी के लिए संभव नहीं है। इस स्क्ीम को लागू करने की जिम्मेदारी कम से कम 5 से 6 कंपनियों को दी जाएगी। जिस बीमा कंपनी की जिस इलाके में मौजूदगी होगी उसे उस इलाके में स्क्ीम को लागू करने की जिम्मेदारी दी जा सकती है।
हर परिवार के प्रीमियम पर सालाना 1200 रुपए तक खर्च
नेशनल हेल्थ प्रोटेक्शन स्कीम के तहत हर परिवार के हेल्थ कवर के लिए सालाना प्रीमियम का खर्च करीब 1,000 से 1,200 रुपए आएगा। इस लिहाज से 10 करोड़ परिवारों के प्रीमियम का खर्च निकाला जाए तो यह करीब 11 हजार करोड़ रुपए के आस-पास होगा।
50 करोड़ लोगों को होगा फायदा
बता दें कि स्कीम के तहत देश के 10 करोड़ परिवार को इलाज के लिए हर साल 5 लाख रुपए का हेल्थ इंश्योरेंस दिया जाएगा। माना जा रहा है इससे कुल 50 करोड़ लोगों को फायदा होगा। अभी राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत गरीब परिवारों को 30 हजार रुपए के स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ दिया जाता है।