जेईई-एडवांस्ड 2018 : आईआईटी में 14 फीसदी गर्ल्स को मिलेंगे एडमिशन

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  • इस वर्ष कॉमन मेरिट लिस्ट में छात्राओं की संख्या कम होने पर गर्ल्स के लिए अलग मेरिट सूची जारी होगी।

  • सभी आईआईटी में सीटें बढकर 11,509 हो जाने से छात्रों के एडमिशन पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

अरविंद, कोटा। इस वर्ष भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों में बेटियों को एडमिशन लेने का सुनहरा मौका मिलेगा। एमएचआरडी ने आईआईटी ज्वाइंट एडमिशन बोर्ड को निर्देश दिए कि शैक्षणिक सत्र 2018-19 के लिए प्रत्येक आईआईटी में जेईई-एडवांस्ड के आधार पर 14 प्रतिशत सीटों पर गर्ल्स के प्रवेश सुनिश्चित किए जाएं।

इसके लिए प्रत्येक संस्थान में अतिरिक्त सीटें बढ़ाई जाएंगी। जिससे छात्रों के मौजूदा रिजर्वेशन एवं एडमिशन पर कोई प्रभाव नहीं पडे़गा।  वर्तमान में देश के 23 आईआईटी में प्रत्येक 10 विद्यार्थियों में 9 छात्र व 1 छात्रा का चयन होता है। केंद्र सरकार गर्ल्स केटेगरी में रिजर्वेशन प्रतिवर्ष 1 प्रतिशत बढाकर 2026 तक 20 प्रतिशत करना चाहती है।

ताकि प्रत्येक आईआईटी के 10 चयनित विद्यार्थियों में 2 छात्राएं हों। नए नियम के बाद आईआईटी की प्रत्येक ब्रांच में गर्ल्स की उपस्थिति दिखेगी। जेईई रिपोर्ट के अनुसार, जेईई-मेन,2017 में 11.98 लाख परीक्षार्थियों में 79.2 प्रतिशत छात्र तथा 20.8 प्रतिशत छात्राएं थीं।

जेईई-एडवांस्ड,17 के लिए चयनित 2 लाख में से 1.59,540 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी, उसमें आईआईटी के लिए 50,455 विद्यार्थी क्वालिफाई घोषित किए। इसमें 43,318 (86 प्रतिशत) छात्र तथा 7,137 (14 प्रतिशत) छात्राएं थीं।

आईआईटी में चयनित विद्यार्थी
वर्ष           छात्र                   छात्राएं
2011-    90.03              9,97 फीसदी
2012 –   90.22              9.78 फीसदी
2013 –   90.66              9.34 फीसदी
2014-    91.21              8.79 फीसदी
2015-    90.98              9.02 फीसदी
2016-    90.70              9.30 फीसदी
2017-    86.00            14.0 फीसदी क्वालिफाई

अलग मेरिट सूची के मायने क्या
20 मई को होने वाले ऑनलाइन जेईई-एडवांस्ड,2018 में 2.24 लाख विद्यार्थी क्वालिफाई होंगे, उनकी कॉमन मेरिट लिस्ट में गर्ल्स की संख्या यदि 6 प्रतिशत रही तो शेष 8 प्रतिशत के लिए अलग मेरिट सूची जारी की जाएगी। जिससे प्रत्येक आईआईटी में गर्ल्स की संख्या 14 प्रतिशत हो सके।

ज्वाइंट एडमिशन बोर्ड द्वारा इस वर्ष आईआईटी संस्थानों में सीटें बढ़ाने की सिफारिश करने से सीटें 10,988 से बढ़कर 11,509 हो जाएंगी। लेकिन छात्रों का कोई नुकसान नहीं होगा क्यांकि गर्ल्स के लिए प्रत्येक आईआईटी में अलग सीटें बढ़ाई जा रही है।

जेईई-एडवांस्ड में देश की 5 आईआईटी मुंबई, दिल्ली, रोपड़, वाराणसी एव मंडी ने छात्राओं का अनुपात बढाने के लिए इस वर्ष से ट्यूशन फीस में छूट देने की अनुशंसा की। आईआईटी मंडी द्वारा इस वर्ष से छात्राओं को 1 हजार रूपए मासिक स्कॉलरशिप दी जा रही है। आईआईटी बोर्ड द्वारा छात्राओं को आवेदन फॉर्म के शुल्क में 50 प्रतिशत छूठ दी गई।

जेईई-एडवांस्ड,2018 में होंगे क्वालिफाई
केटेगरी             क्वालिफाई
सामान्य –             81,560
ओबीसी –            60,480
एससी-               33,600
एसटी-               16,800
गर्ल्स –               31,360
कुल क्वालिफाई – 2,24,000

कोटा की कोचिंग छात्राओं में जीत का जोश
भुवनेश्वर की सिली साहू को 12वीं उडीसा बोर्ड में 80 प्रतिशत अंक मिले। न्यूक्लियस एजुकेशन में 11वीं एवं 12वीं के हर सब्जेक्ट में फंडामेंटल्स क्लिअर हो जाने से उसे जेईई-एडवांस्ड,2018 में सलेक्शन का पूरा भरोसा है। बिलासपुर की नयना बघेर, गरिमा वर्मा व केकडी की कशिश विजयवर्गीय ने कहा कि कोटा में एक-एक स्टूडेंट की तैयारी पर 100 फीसदी फोकस किया जाता है। इस वर्ष मन मे दोगुना उत्साह है।

हम टेस्ट पेपर में भी जेईई-एडवांस्ड की तरह एनालिसिस करते हैं। असम के कोकराझार से कोटा में कोचिंग ले रही प्रीतिशा ने बताया कि टीचर्स को हमारे माइंडसेट का पता चल जाता है, वे हमारी परफॉर्मेंस पर पूरी नजर रखते हैं। उत्तराखंड की छात्रा साचिथिंद ने कहा कि पढ़ाने का स्टाइल कोटा में अलग है। हम यहां कंसेप्चुअल तैयारी कर रहे हैं।

प्रीमियर आईआईटी के लिए अवसर बढे़
मुंबई की गौरी तथा पटियाला की आनंदिता ने आईआईटी में इस वर्ष गर्ल्स को रिजर्वेशन दिए जाने पर कहा कि हमें अपनी मेहनत व क्षमता पर पूरा भरोसा है। रिजर्वेशन से अच्छे संस्थान व मनपसंद ब्रांच में एडमिशन मिल सकेगा।

भिंड से मानसी गुप्ता,पटना से कोमल, अंशू, भिवानी से श्रुति, छपरा से सरिता कुमारी, छतरपुर से अदिति सिंह, पचमडी से प्रियांशी, जबलपुर से सान्या, चारू व इशिता खरे, टौक की खुशबू, अलवर से मानसी यादव, भीलवाडा से दीपाली मूंदड़ा व कोटा से डोना माहेश्वरी, तन्वी गुर्जर, श्रेया चौहान, झालावाड़ की अम्बिका न्यूक्लियस एजुकेशन के एक ही बैच की छात्राएं हैं।

इनका कहना है कि इससे हमें बहुत मोटिवेशन मिला, अब पहले की तरह नर्वस नहीं होंगी। हमारे सलेक्शन के अवसर कई गुना बढ़ जाएंगे।  कॅरिअर पॉइंट में एडवांस्ड की तैयारी कर रही मानसी, अनिता सिंह, मोनिका, श्रेया गर्ग व दीप्ति चौहान ने कहा कि अब तक ज्यादा सलेक्शन देखकर गर्ल्स मेडिकल में रूचि ले रही थीं लेकिन अब उनकी झिझक टूटी है। आईआईटी में पढ़ने का उनका सपना इस वर्ष सच होगा।

वायब्रेंट एकेडमी में बेगुसराय (बिहार) से क्लासरूम कोचिंग छात्रा तुलिका शांडिल्य, सूरत की चार्मी पुरोहित, बडौद (उप्र) से निष्णा राणा ने कहा कि पहली बार रिजर्वेशन मिलने से आईआईटी में गर्ल्स के अवसर बढ़ जाएंगे। हम अच्छी रैंक के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं।

संस्थान की अदिति लढ्डा एवं रिया सिंह गर्ल्स केटेगरी में ऑल इंडिया टॉपर रही हैं। रेजोनेंस की सरिता वशिष्ठ, सुनिति गर्ग व मीनल शर्मा ने कहा कि आईआईटी में सलेक्शन को लेकर क्लास-10 से झिझक थी, अब तक जेईई-एडवांस्ड में केवल 9 प्रतिशत गर्ल्स का चयन होने से हमारे लिए बड़ी चुनौती रही। इस बार हमारे लिए सीटें बढ़ने से मनोबल बढ़ा है।

एलन संस्थान की सान्या, आराध्या, मनीषा अग्रवाल, जाहन्वी व तन्वी आहूजा ने कहा कि मैथ्स व फिजिक्स जैसे सब्जेक्ट में छात्राओं को कमजोर माना जाता था लेकिन दिमागी स्पर्धा में हम किसी से कम नहीं हैं। जेईई-एडवांस्ड,2018 में गर्ल्स टॉप रैंक पर अच्छा प्रदर्शन करके दिखाएंगी।