देश में 136 लाख बोरी धनिया के उत्पादन की संभावना, भाव मजबूत रहने की उम्मीद

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जोधपुर। रबी सीजन की एक प्रमुख मसाला फसल – धनिया की बिजाई पहले ही समाप्त हो चुकी है और उसकी कटाई-तैयारी आरंभ होने वाली है। इस बीच राजस्थानी एसोसिएशन ऑफ स्पाइस (आरएएस) द्वारा जोधपुर में आयोजित एक्सपो में वर्ष 2024-25 सीजन के लिए धनिया के बिजाई क्षेत्र, उत्पादन एवं कुल स्टॉक का जो अनुमानित आंकड़ा प्रस्तुत किया गया है

उससे इसकी आपूर्ति एवं उपलब्धता की स्थिति बेहतर रहने की उम्मीद है। नई फसल की आवक जल्दी ही आरंभ होने की संभावना है। एसोसिएशन के अनुसार चालू सीजन के दौरान राष्ट्रीय स्तर पर धनिया का कुल बिजाई क्षेत्र 3,80,474 हेक्टेयर पर पहुंचा।

इसके तहत धनिया का क्षेत्रफल मध्य प्रदेश में 2,84,420 हेक्टेयर, गुजरात में 1,10,899 हेक्टेयर तथा राजस्थान में 48,882 हेक्टेयर दर्ज किया गया। बिजाई क्षेत्र का यह आंकड़ा उपग्रह सर्वे पर आधारित है जिसे ज्यादा सटीक माना जाता है।

एसोसिएशन द्वारा आयोजित एक्सपो में पैनल परिचर्चा के दौरान धनिया के उत्पादन का भी अनुमान लगाया गया। इसके तहत मध्य प्रदेश में सर्वाधिक 70 लाख बोरी, गुजरात में 50 लाख बोरी एवं राजस्थान में 16 लाख बोरी के साथ देश में कुल 136 लाख बोरी धनिया के उत्पादन की संभावना व्यक्त की गई है।

इसके अलावा 45 लाख बोरी का पिछला बकाया स्टॉक भी मौजूद होने का अनुमान लगाया गया है जिससे 2024-25 के सीजन में इसकी कुल उपलब्धता 181 लाख बोरी तक पहुंच जाएगी। जहां तक धनिया की खपत का सवाल है तो इस वर्ष 150 लाख बोरी का घरेलू उपयोग तथा 18/20 लाख बोरी का निर्यात होने का अनुमान लगाया गया है

जिससे कुल खपत 168/170 लाख बोरी तक पहुंचेगा और मार्केटिंग सीजन के अंत में महज 11/13 लाख बोरी का अधिशेष स्टॉक बच सकता है। मांग एवं आपूर्ति के बीच जटिल समीकरण रहने पर धनिया का बाजार भाव कुछ मजबूत रहने की उम्मीद है।