नई दिल्ली। भारती एयरटेल ने नैशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) को पत्र लिखकर सूचित किया कि वह उसके पेमेंट बैंक खातों में आई एलपीजी सब्सिडी को अपने 31 लाख मोबाइल ग्राहकों के पिछले खातों में लौटाने को तैयार है।
देश की सबसे बड़ी मोबाइल ऑपरेटर पर अपने ग्राहकों के पेमेंट बैंक खाते उनकी सहमति के बिना खोलने का आरोप है।एयरटेल ने एनपीसीआई पत्र लिखकर सूचित किया है कि वह ग्राहकों के डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) से जुड़े मूल खातों में 190 करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर करेगी। मामले से जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी दी।
देश में सभी खुदरा भुगतान के लिए एनपीसीआई प्रमुख संगठन है। भारती एयरटेल पेमेंट बैंक श्रेणी में भी कारोबार करती है। कंपनी द्वारा कथित रूप अपने मोबाइल ग्राहकों के आधार नंबर के जरिए उनके खाते खोले गए हैं जिसके इन ग्राहकों के आधार से जुड़े खातों में एलपीजी सब्सिडी पहुंच रही है।
इसके बाद भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) द्वारा भारती एयरटेल पर कार्रवाई किए जाने के कुछ दिन बाद सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों ने सुनील मित्तल की अगुवाई वाली कंपनी को पत्र लिखकर उसके पेमेंट बैंक के खाते में डाली गई एलपीजी सब्सिडी को वापस करने का निर्देश दिया है।
रसोई गैस सब्सिडी के इन पेमेंट बैंक खातों में पहुंचने से काफी लोगों को असुविधा हुई है। इनमें से काफी को यह भी नहीं पता है कि उनकी सब्सिडी उनके नियमित बैंक खाते में जाने के बजाय उस खाते में जा रही है जिसके लिए उन्होंने आवेदन नहीं किया है।