नई दिल्ली। Stock Market: स्थानीय शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह घरेलू मोर्चे पर वृहद आर्थिक आंकड़ों और वैश्विक रुझानों से तय होगी। सप्ताह के दौरान घरेलू मोर्चे पर औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) और मुद्रास्फीति के आंकड़े आने हैं। विश्लेषको ने यह राय जताई है।
विश्लेषकों का कहना है कि ऊंचे मूल्यांकन की वजह से बाजार में कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। बृहस्पतिवार को बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर बंद हुए थे। इसके अलावा विदेशी निवेशकों की गतिविधियां, वैश्विक स्तर पर ब्रेंट कच्चे तेल के दाम और डॉलर के मुकाबले रुपये का उतार-चढ़ाव भी बाजार के लिए महत्वपूर्ण होगा।
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लि. के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, ‘‘इस सप्ताह बाजार का ध्यान मुद्रास्फीति के आंकड़ों पर रहेगा। सप्ताह के दौरान मंगलवार को भारत और अमेरिका के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े आएंगे। बृहस्पतिवार को थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूआईपी) आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े जारी होंगे।’’ मीणा ने कहा कि विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की खरीदारी गतिविधियां जारी रह सकती हैं। ऐसे में बड़ी कंपनियों के शेयर बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।
जनवरी के लिए औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े और फरवरी के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े मंगलवार को आएंगे। थोक मुद्रास्फीति के आंकड़े बृहस्पतिवार को जारी किए जाएंगे।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘अमेरिका, चीन और भारत के मुद्रास्फीति के आंकड़ों से निवेशकों को वैश्विक व्यापक आर्थिक परिदृश्य के बारे में जानकारी मिलेगी। हमारा अनुमान है कि ऊंचे मूल्यांकन की वजह से बाजार में उतार-चढ़ाव कायम रहेगा।’’ पिछले सप्ताह रिकॉर्ड-तोड़ तेजी के बीच सेंसेक्स 374.04 अंक या 0.50 प्रतिशत के लाभ में रहा। शुक्रवार को ‘महाशिवरात्रि’ के अवसर पर शेयर बाजार बंद थे।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष तकनीकी शोध अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘निर्धारित वृहद आर्थिक आंकड़ों के अलावा वैश्विक बाजारों का प्रदर्शन बाजार को दिशा देगा। फिलहाल चार महीने की लगातार तेजी के बाद अमेरिकी बाजार में मुनाफावसूली देखने को मिल रही है। ऐसे में तत्काल आधार पर बाजार में कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।’’