रिटायरमेंट वाले बयान से लिया यू टर्न
झालावाड़ । Vasundhara Raje Nomination: राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने शनिवार को झालरापाटन विधानसभा सीट से अपना नामांकन भर दिया है। इस दौरान केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी भी मौके पर मौजूद रहे। नामांकन से पहले झालावाड़ में वसुंधरा राजे ने राड़ी के बालाजी मंदिर में जाकर पूर्जा अर्चना की और भगवान का आर्शीवाद लिया।
इसके बाद उन्होंने मनसा पूर्ण हनुमान जी मंदिर में जाकर पूजा की। पूर्व सीएम ने खुद ये जानकारी तस्वीरों के साथ अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर शेयर की है। उल्लेखनीया है कि वसुंधरा पिछले 34 सालों से इस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रही हैं. वे 5 बार सांसद और 4 बार विधायक रही हैं. इस तरह झालरापाटन विधानसभा क्षेत्र से ये राजे का 10वां नामांकन है।
राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने राजनीति से रिटायरमेंट वाले बयान से यू टर्न ले लिया है। रिटायरमेंट वाले बयान पर वसुंधरा राजे की प्रतिक्रिया, कहा-‘ये हंसी मजाक की कही गई बात थी, मैंने ऐसा दुष्यंत की परिपक्वता के संदर्भ में कहा था। यदि रिटायर होती तो नामांकन क्यों भरती। मैंने प्रदेश की सेवा की और अनवरत करती रहूंगी। बता दें दो दिनों से पूर्व सीएम झालावाड़ जिले के दौरे पर है।
वसुंधरा ने कहा, ‘झालावाड़ मेरा परिवार है। इस परिवार में, हम बहुत सी बातें करते हैं, जिनका कोई राजनीतिक अर्थ नहीं होता है। मैंने ऐसा कल इसलिए कहा क्योंकि दुष्यन्त (उनके बेटे) को देखने के बाद, उनका भाषण सुनने के बाद और लोगों की प्रतिक्रिया देखकर मुझे खुशी हुई। एक मां के तौर पर मुझे खुशी हुई कि दोनों के बीच ऐसा समन्वय था। मैं चाहूंगी यह स्पष्ट करने के लिए कि मैं कहीं नहीं जा रही हूं। मैंने अभी अपना नामांकन दाखिल किया है। सेवानिवृत्ति के बारे में कुछ भी अपने मन में न रखें।
दरअसल, राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने शुक्रवार को अपने रिटायरमेंट के संकेत दे दिए थे। झालावाड़ के प्रवीण शर्मा क्रिकेट ग्राउंड में आयोजित सभा में राजे ने कहा कि मेरे पुत्र दुष्यन्त सिंह को सुनकर अब मुझे ऐसा लग रहा है कि मुझे रिटायर हो जाना चाहिए। आप लोगों के प्यार व अपनापन ने सांसद को भी परिपक्व बना दिया। मुझे अब इसमें बीच में पड़ने की व निगाह रखने की जरूरत नहीं है। बता दें वसुंधरा राजे के बयान के बाद अटकलों को बाजार गर्म हो गया था।
मुझे पीछ़े मुडऩे की जरूरत नहीं
राजे ने कहा कि मैं झालावाड़ के लोगों को नमन करती हूं, उन्होंने मुझे बेटी, बहन, मां के रुप में अपार प्यार दिया। मेरे 34 साल कब निकल गए, मुझे पता ही नहीं चला। ये मेरा दसवां नामांकन होगा। राजे ने कहा कि लोग नामांकन भरने के बाद क्षेत्र नहीं छोड़ते हैं, लेकिन यहां के लोग कहते हैं कि यहां तो हम संभाल लेंगे आप अन्य काम करो। ऐसे में मुझे पीछ़े मुडऩे की जरूरत नहीं है। झालावाड़ एक ऐसा परिवार है जिसकी वजह से नाम रोशन हो रहा है।