मुख्यमंत्री के कोटा आगमन के साथ ही भरत सिंह का प्रदर्शन भी तय

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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कोटा आगमन का कार्यक्रम तय होने के साथ पूर्व में उनके केबीनेट सहयोगी रह चुके कोटा जिले की सांगोद विधानसभा सीट से कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक भरत सिंह कुंदनपुर का 12 सितंबर को कोटा में प्रदर्शन का कार्यक्रम भी तय हो गया है। इस दिन श्री भरत सिंह भ्रष्टाचार के प्रतीक स्वरूप चंबल रिवर फ्रंट से दूर अपने घर के सामने रावण का पुतला जलाएंगे। उन्होंने यह मंशा व्यक्त कर दी है कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य भ्रष्टाचार के खिलाफ विरोध प्रकट करना है ना कि भीड़ एकत्र करना या कार्यक्रम में बाधा डालना।

-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा।
Bharat Singh’s protest: राजस्थान में कोटा जिले की सांगोद विधानसभा सीट से कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक एवं पूर्व में कैबिनेट मंत्री रह चुके भरत सिंह कुंदनपुर अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कोटा आगमन पर 12 सितंबर को प्रदर्शन करने के बाद भ्रष्टाचार के प्रतीक के रूप में रावण के पुतले का दहन करेंगे।

श्री भरत सिंह ने कार्यकर्ताओं से भी स्पष्ट कहा है कि केवल वे ही कार्यकर्ता इस प्रदर्शन भाग ले जो सच्चाई के लिए दबंगता के साथ राजस्थान के गृहमंत्री मुर्दाबाद का नारा लगा सके। उल्लेखनीय है कि इस कार्यकाल में राजस्थान गृहमंत्री स्वयं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ही हैं।

हालांकि श्री भरत सिंह का प्रदर्शन और भ्रष्टाचार के प्रतीक स्वरूप रावण के पुतले दहन का कार्यक्रम मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की यात्रा के दौरान दो बड़े प्रस्तावित लोकार्पण चंबल रिवर फ्रंट और ऑक्सीजन सिटी पार्क सहित राज्य मंत्रिमंडल की प्रस्तावित बैठक स्थल से कुछ किलोमीटर की दूरी पर कोटा में गुमानपुरा स्थित उनके निजी आवास के बाहर मुख्य सड़क मार्ग पर किया जाना है। उनकी स्पष्ट मंशा है कि उनका उद्देश्य मुख्यमंत्री की यात्रा में व्यवधान पैदा करना नहीं बल्कि मुख्यमंत्री की कुछ नीतियों के खिलाफ अपना विरोध जताना है।

श्री भरत सिंह ने पूर्व में ही यह घोषणा कर रखी थी कि अशोक गहलोत जब भी मुख्यमंत्री और गृह मंत्री के रूप में पद पर रहते कोटा आएंगे तो गृह मंत्री के रूप में उनकी विफलताओं के विरोध में और अनुसूचित जाति-जनजाति के लोगों पर हो रहे अत्याचारों से निपटने में नाकामी के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।

श्री सिंह ने शनिवार को अपने समर्थकों के लिए जारी पत्र में कहा है कि” वह समय आ गया है जिसका हमें इंतजार था। समाचार पत्रों से पता चला है कि मुख्यमंत्री के कोटा आने का कार्यक्रम तय कर दिया गया है। मुख्यमंत्री 12 सितंबर को चार बजे कोटा में चंबल रिवर फ्रंट का उद्घाटन करेंगे।

श्री सिंह ने कहा है कि इसी के तहत पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 12 सितंबर को तीसरे पहर तीन बजे से लेकर शाम पांच बजे तक कोटा में वह उनके निवास के सामने गुमानपुरा मुख्य बाजार में प्रदर्शन करते हुए चार बजे भ्रष्टाचार के प्रतीक स्वरूप रावण के पुतले का दहन करेंगे।”

श्री भरत सिंह ने आरोप लगाया कि गृह मंत्री के रूप में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगी प्रमोद जैन ‘भाया’ के भ्रष्टाचार और आपराधिक गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करते हुए उसको संरक्षण प्रदान करते हैं और इस प्रदर्शन के जरिए वे अपना विरोध जताना चाहते हैं। भ्रष्टाचार के प्रतीक स्वरूप रावण के पुतले का दहन किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि काफी समय पहले से ही रावण का पुतला श्री भरत सिंह के आवास पर ड्राईंग रूम में सजा कर रखा हुआ था, जहां वे अकसर मीडियाकर्मियों से मुलाकात करते रहते हैं। उन्होंने यह घोषणा की हुई थी कि अशोक गहलोत जब भी मुख्यमंत्री के रूप में भी कोटा आएंगे तो वे भ्रष्टाचार के प्रतीक के रूप में इस पुतले का दहन करेंगे।

श्री भरत सिंह के इसी प्रदर्शन की संभावनाओं और घोषणाओं के कारण मुख्यमंत्री तीन बार अपने कोटा प्रवास के कार्यक्रम को रद्द कर चुके हैं। हालांकि हर बार कार्यक्रम रद्द होने की अधिकारिक तौर पर वजह दूसरी ही बताई गई थी, लेकिन इस बार श्री गहलोत का 12 और 13 सितम्बर को कोटा में प्रवास का कार्यक्रम तय हो चुका है।

इन दो दिनों में कोटा में विश्व स्तरीय चंबल रिवर फ्रंट सहित झालावाड़ रोड स्थित बंद हो चुके कारखाने इंस्ट्रूमेंटेशन लिमिटेड की आवासीय कॉलोनी में ऑक्सीजोन सिटी पार्क का लोकार्पण करेंगे। कोटा में आयोजित होने वाली राज्य मंत्रिमंडल की बैठक की अध्यक्षता करेंगे।

अंतिम बार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का अगस्त महीने के अंतिम दिनों में कोटा में गुमानपुरा स्थित पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत श्रीमती इंदिरा गांधी की नवनिर्मित विशाल प्रतिमा के अनावरण के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में भाग लेने की घोषणा की गई थी, तो उस समय श्री भरत सिंह ने भी अपने प्रदर्शन की घोषणा कर दी थी।

कोटा रेंज के पुलिस महा निरीक्षक प्रफुल्ल कुमार को पत्र भेज कर अपने प्रदर्शन के कार्यक्रम से अवगत करा दिया था। यहां यह उल्लेखनीय है कि जिस स्थान पर गुमानपुरा में श्रीमती इंदिरा गांधी की विशाल प्रतिमा स्थापित की गई है, वह श्री भरत सिंह के लिए आवास से महज 200 से 300 कदम की ही दूरी पर है।

इस बार 12 और 13 सितम्बर को कोटा में प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री के जो कार्यक्रम निर्धारित किए गए हैं, उनमें गुमानपुरा जाकर श्रीमती इंदिरा गांधी की प्रतिमा के अनावरण के कार्यक्रम को शामिल नहीं किया गया है।

श्री भरत सिंह ने अपने समर्थकों को संबोधित पत्र में कहा है कि कोटा-बारां की सीमा पर स्थित खान की झोपड़िया गांव को कोटा जिले की सीमा में शामिल करने को पूर्व में तत्कालीन संभागीय आयुक्त और जिला कलक्टर तक अपनी सहमति दे चुके हैं।

इस बारे में विभागीय स्तर पर मुख्यमंत्री और संबंधित मंत्रियों सहित मुख्य सचिव को रिपोर्ट भी भेजी जा चुकी है, लेकिन इसके बावजूद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जानबूझकर खान की झोपड़िया गांव को कोटा जिले में शामिल नहीं करके बारां जिले के मंत्री प्रमोद जैन भाया के कथित भ्रष्टाचार और अवैध खनन को बढ़ावा दे रहे हैं। उनकी इन्ही नीतियों का वे प्रदर्शन करके अपना कड़ा विरोध प्रकट करेंगे।

साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण होगा, लेकिन उन्होंने कार्यकर्ताओं को जरूर हिदायत दी है कि केवल वे ही कार्यकर्ता इस प्रदर्शन में भाग लेने का साहस करें जो गृहमंत्री मुर्दाबाद का नारा दमखम के साथ लगा सके।