एक आई सर्जन की डायरी: संघर्ष से सफलता और प्रतिकूलता में अनुकूलता की कहानी

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कोटा। कोटा के सुप्रसिद्ध नेत्र सर्जन, लेखक, मोटिवेशनल स्पीकर और साइक्लिस्ट डॉ. सुरेश पाण्डेय द्वारा लिखित पुस्तक ‘एक आई सर्जन की डायरी’ का विमोचन शनिवार को सुवि नेत्र चिकित्सालय तलवण्डी में आयोजित एक समारोह में किया गया।

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि मेडिकल कॉलेज कोटा की प्रिंसिपल, डॉ. संगीता सक्सेना ने कहा कि पुस्तक मात्र डॉक्टरों को ही नहीं अपितु जन- जन को समर्पित है। इससे हर उम्र का व्यक्ति लाभ ले सकता है। अपने व्यक्तित्व को निखारने में यह पुस्तक आपकी मदद कर सकती है। विशिष्ठ अतिथि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जगदीश सोनी ने कहा कि इस पुस्तक के कई अनुभव हम डाक्टर हमारी जिंदगी में महसूस करते हैं। ऐसे में भावी डॉक्टरों के लिए यह पुस्तक वरदान है।

एपीआई के नेशनल प्रेसिडेंट डॉ. गिरीश माथुर ने भी पुस्तक की प्रशंसा करते हुए कहा कि गांव से निकल कर विदेशों में पहुंच कर प्रशिक्षण देने के सफर को जिस प्रकार डॉ. सुरेश पाण्डेय ने प्रस्तुत किया है, वह काबिले तारीफ है। यह पुस्तक संघर्ष से सफलता की कहानी को बताती है।

डॉ केके कंजोलिया ने अपने और डॉ. पाण्डेय के साथ बीते अनुभव से बताया। इस अवसर पर नेशनल आईएमए के वाईस प्रेसिडेंट डॉ. अशोक शारदा एवं पूर्व महापौर डॉ. रत्ना जैन ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में डॉ. विदुषी शर्मा भी उपस्थित रही। डाक्टर सुरेश पांडेय के अध्यापक व सहपाठियों ने भी अपने अनुभव को मंच पर साझा किया।

शुभकामनाओं का अंबार
डॉ. सुरेश पाण्डेय की पुस्तक पर डाक्टर, समाजसेवी व राजनेता सहित कई शुभचिंतकों ने शुभकामनाएं दी हैं। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, पद्मश्री प्रो.आमोद गुप्ता, पद्मश्री प्रो.जगत राम, पद्मश्री डा. योगेश चावला, मेडिकल कॉलेज जबलपुर की डीन गीता गुइन, एलन कोचिंग निदेशक राजेश माहेश्वरी, मोशन कोचिंग निदेशक नितिन विजय, रेजोरेंस कोचिंग निदेशक आरके वर्मा व आकाश कोचिंग से अखिलेश दीक्षित ने प्रशस्ति पत्र भेज कर पुस्तक के लेखन पर शुभकामनाएं प्रेषित की हैं ।

हर वर्ग के लिए उपयोगी
अपनी पुस्तक पर प्रकाश डालते हुए डॉ. सुरेश पाण्डेय ने कहा कि उनकी पुस्तक ‘ एक आई सर्जन की डायरी’ हर वर्ग के लिए उपयोगी है। पुस्तक में भारत, अमेरिका एवं ऑस्ट्रेलिया के अनुभव शामिल हैं। पुस्तक का 17 वां अध्याय हीलिंग द हीलर्स आत्महत्या के कारण व समाधान पर केन्द्रित है, जो आज के तनावपूर्ण माहौल में अध्ययन कर रहे विद्यार्थियों व कार्यरत चिकित्सकों के लिए उपयोगी है। अध्याय 10 हर समस्या से समाधान के सफर को बताती है।अध्याय 15 कोटा कोचिंग पर विश्वास की गाथा है। अध्याय 5 आपको क्षमताओं और अवसरों को बढ़ाने की ओर मार्ग प्रदर्शित करता है।

लेखक के बारे में
डॉ. सुरेश पाण्डेय अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित अनुभवी नेत्र सर्जन हैं, जिन्होंने अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में सात वर्षों तक विशेषज्ञता के साथ अनुभव हासिल किये और पुनः भारत लौटकर अपने देश की सेवा करने का विकल्प चुना। वे सुवि नेत्र चिकित्सालय एवं लेसिक लेज़र सेंटर, कोटा (राजस्थान) के निदेशक हैं और अनेक प्रतिष्ठित पुरस्कारों से विभूषित हैं। डॉ. पाण्डेय प्रथम भारतीय नेत्र सर्जन हैं, जिन्हें 34 वर्ष की आयु में अमेरिकन एकेडमी ऑफ ऑप्थल्मोलॉजी द्वारा ‘अचीवमेंट अवार्ड’ से पुरस्कृत किया गया एवं इंट्राऑकुलर लेंस के आविष्कारक सर हेरॉल्ड रिडली द्वारा स्थापित प्रतिष्ठित ‘इंट्राऑकुलर इम्प्लांट क्लब’ में सम्मिलित किया गया। डॉ. पाण्डेय सीक्रेट्स ऑफ सक्सेसफुल डॉक्टर्स, ए हिप्पोक्रेटिक ओडिसी: लेसन्स फ्रॉम ए डॉक्टर कपल ऑन लाइफ इन मेडिसिन चेलेंजेज एण्ड डॉक्टरप्रेन्योरशिप एवं आंत्रप्रेन्योरशिप फॉर डॉक्टर्स नामक बेस्ट सेलिंग पुस्तकों के लेखक हैं। वे पिछले 28 वर्षों के दौरान एक लाख से ज़्यादा सफल नेत्र ऑपरेशन कर चुके हैं, जो एक असाधारण उपलब्धि है और उनकी दक्षता को स्वतः प्रमाणित करती है।