नई दिल्ली । देश में नोटबंदी के बाद पैन कार्ड आवेदकों के संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
मंगलवार को केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने बताया कि नोटबंदी के बाद पर्मानेंट एकाउंट नंबर (पैन) के आवेदकों में तीन गुना तक का इजाफा देखने को मिला है।
सीबीडीटी के चेयरमैन सुशील चंद्र का कहना है कि नोटबंदी से पहले हर महीने करीब 2.5 लाख पैनकार्ड आवेदन आते थे। लेकिन सरकार के नोटबंदी के आदेश के बाद यह संख्या बढ़कर 7.5 लाख हो गई है।
गौरतलब है कि सरकार ने बीते वर्ष आठ नवंबर को 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को बंद कर दिया था। चंद्र ने बताया है कि कालेधन के खिलाफ विभाग कई कड़े कदम उठा रहा है। इनमें दो लाख रुपये से ज्यादा के कैश ट्रांजेक्शन पर रोक लगाना भी शामिल है।
33 करोड़ पैनधारकों में से सिर्फ 13.28 करोड़ ने ही आधार से कराया लिंक
देशभर में करीब 13.28 करोड़ पर्मानेंट एकाउंट नंबर (पैन) को आधार से जोड़ा जा चुका है। मसलन, कुल 39.5 फीसद पैन और आधार की लिंकिंग हो चुकी है। यह जानकारी आधिकारिक सूत्रों के अनुसार है।
सरकार ने आधार और पैन की लिंकिंग के लिए 31 दिसंबर, 2017 अंतिम तारीख निर्धारित की है। यह पहले 31 अगस्त निर्धारित की गई थी। देश में कुल 115 करोड़ लोगों के पास आधार और 33 करोड़ लोगों के पास पैन कार्ड हैं।