मई में अब तक 5 छात्रों ने किया सुसाइड
कोटा। Coaching Student Suicide Case: कोटा अब कोचिंग छात्रों का सुसाइड हब जनता जा रहा है। पढ़ाई-पढ़ाई-पढाई, पढ़ाई अब आत्महत्या का कारण बनता रहा है। आज फिर एक और छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
मृतका छात्रा साक्षी मूल रूप से टोंक की रहने वाली थी। छात्रा बचपन से ही अपने चाचा के पास कोटा में पढ़ाई कर रही थी। छात्रा का दसवीं का रिजल्ट आने के बाद उसने नीट की कोचिंग लेना शुरू कर दिया था।
मृतका छात्रा के चाचा सुरेंद्र जाट थर्मल में सहायक अभियंता है। वहीं पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवा दिया है। मृतका के पास से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें उसने स्वयं को अपनी मौत की जिम्मेदार बताया है।
मृतका के चाचा सुरेंद्र जाट ने बताया कि साक्षी की मां और बहन कोटा आई हुई थी। साक्षी बाहर वाले रूम में पढ़ाई करती थी और उसी रूम में उसने फांसी लगा ली। चाचा का यह भी कहना है कि पढ़ाई के तनाव के चलते उसने फांसी लगाई है। वहीं, छात्रा के पास से मिले सुसाइड नोट में उसने लिखा है कि “NO ONE RESPONSIBLE FOR MY DEATH”
इस महीने में अबतक 5 छात्रों ने सुसाइड किया है। इनमे से 4 सुसाइड कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र में हुए है। ये सभी छात्र यहां NEET की तैयारी कर रहे थे। वही इस साल के अबतक के 5 महीनो में 11 सुसाइड के मामले सामने आ चुके हैं।
अब पढ़ने के लिए कोटा नहीं भेजेंगे बच्चों को
गुरुवार को बिहार निवासी छात्र आर्यन ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में शुक्रवार को मृतक छात्र के शव का परिजनों की मौजूदगी में पोस्टमार्टम करवाया गया। इस दौरान छात्र को मां ने जिला प्रशासन और कोचिंग संस्थान पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि यहां पर कोई सुनने वाला नहीं है, कोटा शहर अब बहुत खराब हो चुका है। वह यहां पर अब अपने बच्चों को पढ़ने के लिए नहीं भेजेंगे। यह पहला मामला नहीं है जब किसी स्टूडेंट के परिजनों ने जिला प्रशासन और कोचिंग संस्थान पर आरोप लगाए हैं। इसके पहले भी छात्रों के परिजनों ने कोचिंग संस्थानों पर पढ़ाई में दबाव और कॉम्पिटिशन का आरोप लगाया है। जिला प्रशासन पर भी कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है।