राजस्थान में अब मरीजों को जिला स्तर तक मिलेगी गेस्ट्रो सर्जरी

0
87

जयपुर। प्रदेश भर के अस्पतालों के लिए अब ऐसे उपकरण खरीदे जाएंगे, जिनसे आमजन की सर्जरी और इलाज बेहतर हो सकेगा। अभी जहां शरीर के अंदरूनी भागों की सर्जरी में सूचरिंग की जाती है, वहीं अब सर्जिकल स्टेपलर खरीदे जाएंगे। जिनसे सर्जरी प्रोसेस जल्दी हो सकेगा।

इसके अलावा डबल, ट्रिपल ल्यूमन, विभिन्न प्रकार के केथेटर, नवजात के लिए काम आने वाले उपकरण सहित 14 विभागों के लिए करीब 52 ऐसे उपकरण व दवाइयां खरीदी जाएंगी, जो मरीजों की जिंदगी बचाने और क्वालिटी ट्रीटमेंट को बेहतर करेंगे। इन सब पर सरकार करीब 200 करोड़ रुपए खर्च करेगी।

गेस्ट्रो सर्जरी, जनरल सर्जरी, यूरोलॉजी व ट्रॉमा सहित अन्य उन सभी विभागों के लिए सर्जिकल स्टेपलर खरीदे जाएंगे, जिनमें कई घंटे और टिपिकल सर्जरी होती हैं। गुदा कैंसर, लिवर और आंतों के इलाज सहित किडनी ट्रांसप्लांट में भी स्टेपलर काम आएंगे। जिला स्तर और कई शहरों के अस्पतालों में अब ये काम आ सकेंगे।

जिन नवजात को सांस नहीं आती या फीड नहीं हो पाता, उनके लिए पहली बार नियोनेटल आईसीयू ट्यूब खरीद जाएंगी। बच्चे के इलाज में बेहद काम आती है।

कार्डियो सर्जरी में ब्लड वेसल्स (रुधिर वाहिकाओं) में फंसे हुए पार्ट को निकालने के लिए काम आने वाले आधुनिक उपकरण खरीदे जाएंगे। केथेटर, गाइड वायर, शीट, डायग्यानोस्टिक कंज्यूमेबल्स फॉर कार्डियोलॉजी भी चिकित्सा विभाग खरीदेगा।

कैंसर के इलाज में काम आने वाला वूंड प्रोटेक्टर यानि कि डबल रबर रिंग को सिक्योर करने वाली प्लास्टिक शीट पहली बार खरीदी जाएगी। दूरबीन सर्जरी में काम आने वाले सर्जिकल इंप्लांट जैसे कि मेश/जाली, टेकिंग डिवाइसेज भी खरीदी जाएंगी।

ऐसे पेशेंट जिनके मलमूत्र को एकत्र करने के लिए बैग लगाए जाते हैं, उन्हें एकत्र करने के लिए कोलोस्टॉमी खरीदे जाएंगे। कैंसर या अन्य कारणों से आंत, गुदा निकाल देने वाले पेशेंट को 15 से 20 दिन में बैग बदलना पड़ता है।

अभी एक बार फ्री के बाद लोगों को खरीदना पड़ता है, लेकिन अब जिला स्तर तक यह फ्री मिल सकेगा । इसी तरह ईएनटी में मेग्जीलरी प्लेटस, ऑप्थो के लिए रिंटेशन रिंग, स्पेसिफिक लेंस व इंसुलिन खरीदे जाएंगे।

चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने बताया कि आमजन को बेहतर इलाज मिले इसके लिए सरकार शुरू से प्रयासरत है। न केवल हर तरह से निशुल्क इलाज मिल रहा है, बल्कि क्वालिटी ऑफ ट्रीटमेंट पर भी फोकस है। मरीजों को विश्व स्तरीय इलाज मिले, इसके लिए जो भी संभव होगा किया जाएगा। रोबोट सर्जरी से लेकर अन्य सर्जरी व इलाज इसका उदाहरण हैं।