नई दिल्ली । सितंबर तिमाही में देश में सोने का आयात दोगुना रहा है। दिलचस्प बात यह है कि सोने का इतना आयात जीएसटी लागू होने, धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की अधिसूचना जारी होने, निर्यातक कंपनियों पर प्रतिबंधों और कम मौसमी मांग के सीजन के कारण पैदा हुई दिक्कतों के बावजूद रहा है।
जीएफएमएस थॉम्पसन रायटर्स के गोल्ड सर्वे जिसे गुरूवार को जारी किया गया में कहा गया है, “सितंबर तिमाही में आधिकारिक सोने का आयात 132.7 टन रहा, जो कि 66 फीसद की बढ़ोतरी का प्रतिनिधित्व करता है।”
जीएसटी के क्रियान्वयन के बाद आयात नीति में खामियों के कारण, मुक्त व्यापार समझौते के तहत जुलाई और अगस्त के दौरान दक्षिण कोरिया से 33 टन सोने का आयात किया जाने का अनुमान है।
अगर इन आयातों पर विचार किया जाए तो सितंबर तिमाही के दौरान आधिकारिक सोने का आयात 165.7 टन रहा, जो बीते साल इसी तिमाही में आयात के दोगुने से भी अधिक है।
अप्रैल से सितंबर में सोने का आयात बिल 17 बिलियन डॉलर रहा। यह बीते वर्ष की समान अवधि के दौरान 7.9 बिलियन रहा था। वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक वित्त वर्ष 2016-17 के दौरान गोल्ड इंपोर्ट बिल 27.4 बिलियन डॉलर का रहा।
सितंबर तिमाही में सोने की बड़े पैमाने पर तस्करी की गई थी। जीएफएमएस सर्वे बताता है कि इस तिमाही के दौरान 46 टन सोने अनधिकृत रूप से आयात किया गया था, जबकि बीते वर्ष की समान अवधि में यह 25.2 टन रहा था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अवैध रूप से आयातित सोने का आधिकारिक सोने की जगह इस्तेमाल किया गया। सराफ अपने ग्राहकों को तस्करी का सोना बेच रहे थे। लेकिन वे इसे पुराने गहनों के बदले बिक्री के रूप में दिखा रहे थे।