मुंबई। वृहद आर्थिक आंकड़े, वैश्विक रुख,और मुद्रास्फीति से इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा तय होगी। सप्ताह के दौरान घरेलू मोर्चे पर कई बड़े आंकड़े आने हैं, जो बाजार की चाल तय करेंगे। विश्लेषकों ने यह राय जताई है। विश्लेषकों का कहना है कि वृहद आर्थिक आंकड़ों के अलावा मुद्रास्फीति की चिंता के बीच वैश्विक रुख भी बाजार की दिशा के लिए महत्वपूर्ण होगा।
इसके साथ ही बाजार भागीदारों की निगाह विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) के रुख पर भी रहेगी। स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, ”इस सप्ताह घरेलू मोर्चे पर कई आंकड़े आने हैं, जिसके चलते बाजार काफी ‘व्यस्त’ रहेगा। सप्ताह के दौरान सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर के अलावा वाहन बिक्री और पीएमआई के आंकड़े भी आने हैं।
वैश्विक स्तर पर विभिन्न देशों के पीएमआई आंकड़े और अमेरिका के बेरोजगारी के आंकड़े भी बाजार की दृष्टि से महत्वपूर्ण रहेंगे।” मीणा ने कहा कि इन सब चीजों के बीच डॉलर इंडेक्स का उतार-चढ़ाव और कच्चे तेल के दाम भी बाजार को प्रभावित करेंगे। एफपीआई अब भी बिकवाली कर रहे हैं। ‘यह देखना काफी रोचक होगा कि धारणा में सुधार के बाद उनके रुख में बदलाव आता है या नहीं।’ सप्ताह के दौरान अरविंदो फार्मा, जिंदल स्टील और सनफार्मा जैसी बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजे भी आने हैं।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष-शोध अजित मिश्रा ने कहा कि इस सप्ताह नए माह की शुरुआत होगी। बाजार भागीदारों की नजर वाहन बिक्री, विनिर्माण और सेवा पीएमआई के आंकड़ों पर रहेगी। इससे पहले सभी को जीडीपी आंकड़ों का इंतजार रहेगा, जो 31 मई को आने हैं। मिश्रा ने कहा कि बाजार भागीदार मानसून की प्रगति के बारे में भी जानना चाहेंगे। बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 558.27 अंक या 1.02 प्रतिशत चढ़ गया। निफ्टी में 86.30 अंक या 0.53 प्रतिशत का लाभ रहा।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि बीते सप्ताह के अंतिम दिनों में बाजार अपने नुकसान की भरपाई कर पाया। अमेरिका के अनुकूल खुदरा बिक्री के आंकड़ों और एफपीआई की बिकवाली घटने से बाजार का रुख सुधरा। फेडरल रिजर्व और रिजर्व बैंक द्वारा जून में क्या कदम उठाया जाता है, आगे बाजार की रुख काफी हद तक इसपर निर्भर करेगा।उन्होंने कहा कि इसके अलावा बाजार भागीदारों की निगाह कच्चे तेल के दाम और रुपये की चाल पर भी रहेगी।
सैमको सिक्योरिटीज में इक्विटी शोध प्रमुख येशा शाह ने कहा, ”वैश्विक स्तर पर ‘मंदी’ की चिंता के बीच भारत में जीडीपी के आंकड़ों का बेसब्री से इंतजार हो रहा है। सप्ताह के दौरान कई आंकड़े आने हैं। ऐसे में यह निश्चित रूप से घटनाक्रमों से भरा हफ्ता रहेगा।