नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि 5G तकनीक (5G Technology) भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) में 450 बिलियन अमरीकी डॉलर का योगदान देगी। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) की सिल्वर जुबली समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, इससे न केवल इंटरनेट की गति में तेजी आएगी बल्कि विकास और रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा।”
पीएम मोदी ने IIT मद्रास के नेतृत्व में कुल आठ संस्थानों के सहयोग से तैयार किए गए 5G टेस्ट बेड का शुभारंभ भी किया। उन्होंने कहा, “मुझे देश को अपना, खुद से निर्मित 5G Testbed राष्ट्र को समर्पित करने का अवसर मिला है। ये टेलिकॉम सेक्टर में क्रिटिकल और आधुनिक टेक्नोलॉजी की आत्मनिर्भरता की दिशा में भी एक अहम कदम है।”
प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, 220 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से टेस्ट बेड परियोजना विकसित की गई है। टेस्ट बेड, भारतीय उद्योग और स्टार्टअप के लिए एक सपोर्टिव ईकोसिस्टम को तैयार करेगा, जो उन्हें 5G और अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकियों में अपने उत्पादों, प्रोटोटाइप्स, सॉल्यूशन्स और एल्गोरिदम को वैलिडेट करने में मदद करेगा।
उन्होंने कहा, “5G तकनीक देश की गवर्नेंस, जीवन की सुगमता और व्यापार करने को आसान बनाने में भी सकारात्मक बदलाव लाने वाली है। इससे खेती, स्वास्थ्य, शिक्षा, इंफ्रास्ट्रक्चर और रसद सहित हर क्षेत्र में विकास को बढ़ावा मिलेगा। इससे रोजगार के भी कई अवसर पैदा होंगे”
पीएम मोदी ने कहा, “आत्मनिर्भरता और स्वस्थ स्पर्धा कैसे समाज में, अर्थव्यवस्था में मल्टीप्लायर इफेक्ट पैदा करती है, इसका एक बेहतरीन उदाहरण हमारा टेलिकॉम सेक्टर है। 2G काल की निराशा, हताशा, करप्शन, पॉलिसी पैरालिसिस से बाहर निकलकर देश ने 3G से 4G और अब 5G और 6G की तरफ तेज़ी से कदम बढ़ाए हैं।”