नई दिल्ली। देश का वस्तुओं का निर्यात (Export) मार्च 2022 में 19.76 प्रतिशत बढ़कर 42.22 अरब डॉलर पर पहुंच गया। ऐसा पेट्रोलियम उत्पादों, इंजीनियरिंग और चमड़ा जैसे क्षेत्रों के अच्छे प्रदर्शन के चलते हुआ। हालांकि, इस अवधि में व्यापार घाटा (Trade Deficit) और बढ़कर 18.51 अरब डॉलर हो गया। वाणिज्य मंत्रालय के बुधवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। मार्च 2021 में देश से कुल 35.26 अरब डॉलर का निर्यात हुआ था। आंकड़ों के मुताबिक, पिछले महीने आयात (Import) 24.21 फीसदी बढ़कर 60.74 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
समीक्षाधीन महीने में व्यापार घाटा बढ़कर 18.51 अरब डॉलर हो गया। मार्च 2021 में यह 13.64 अरब डॉलर था। वित्त वर्ष 2021-22 में कुल निर्यात बढ़कर 419.65 अरब डॉलर के रिकॉर्ड उच्चस्तर पर पहुंच गया, वहीं आयात भी बढ़कर 611.89 अरब डॉलर हो गया। आयात और निर्यात के बीच के इस अंतर की वजह से व्यापार घाटा 192.24 अरब डॉलर हो गया। 2020-21 में व्यापार घाटा 102.63 अरब डॉलर था।
निर्यात पहली बार 40 अरब डॉलर के पार
भारत का मासिक वस्तु निर्यात पहली बार 40 अरब डॉलर के पार पहुंचा है। मार्च 2022 में यह 42 अरब डॉलर हो गया। आंकड़ों के मुताबिक, सेवा निर्यात का अनुमानित मूल्य मार्च 2022 में 4.64 प्रतिशत बढ़कर 21.76 अरब डॉलर हो गया। पिछले महीने सेवा आयात 7.33 फीसदी बढ़कर 13.16 अरब डॉलर हो गया। मंत्रालय की ओर से कहा गया, ‘अप्रैल-मार्च 2021-22 में सेवा निर्यात का अनुमानित मूल्य 249.24 अरब डॉलर रहा जो अप्रैल-मार्च, 2020-21 के 206.09 अरब डॉलर के मुकाबले 20.94 फीसदी अधिक है।’ बीते वित्त वर्ष में सेवा आयात अनुमानित 144.79 अरब डॉलर रहा, जो अप्रैल-मार्च 2020-21 के 117.52 अरब डॉलर के मुकाबले 23.20 प्रतिशत अधिक है। सेवा व्यापार संतुलन भी बीते वित्त वर्ष में अनुमानित 104.45 अरब डॉलर रहा, जो 2020-21 के 88.57 अरब डॉलर के मुकाबले 17.94 फीसदी अधिक है।