गहलोत मंत्रिमंडल का पुनर्गठन, 11 केबिनेट और 4 राज्यमंत्रियों ने शपथ ली

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जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मंत्रिमंडल का पुनर्गठन रविवार को हो गया। राज्यपाल कलराज मिश्र ने राजभवन में नए मंत्रियों को शपथ ग्रहण कराई। कुल 15 मंत्रियों ने शपथ ग्रहण की। इनमें 11 केबिनेट और 4 राज्यमंत्रियों को शपथ दिलाई गई। राज्यपाल ने सबसे पहले हेमाराम चौधरी को शपथ दिलाई गई। दूसरे नंबर पर महेंद्रजीत सिंह मालवीय और तीसरे नंबर पर रामलाल जाट ने शपथ ली। रामलाल जाट सीएम के खास माने जाते हैं।

चौथे नंबर महेश जोशी और पांचवें नंबर पर विश्वेंद्र सिंह ने शपथ ली। महेश जोशी को गहलोत का संकटमोचक माना जाता है। छठे नंबर पर रमेश मीणा को शपथ दिलाई गई। सातवें नंबर पर ममता भूपेश को शपथ दिलाई। इसके बाद भजनलाल जाटव, टीकाराम जूली, गोविंदराम मेघवाल, शकुंतला रावत, बृजेंद्र ओला, मुरारी मीणा, राजेन्द्र गुढ़ा, जाहिदा खान को शपथ दिलाई।

इससे पहले प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी विधायकों की बैठक हुई। बैठक को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पार्टी के प्रदेश प्रभारी अजय माकन, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने संबोधित किया। बैठक में कई मंत्री, राज्य मंत्री से केबिनेट मंत्री बनने वाले एवं मंत्री के रूप में शपथ लेने वाले विधायक, पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट सहित कई विधायक बैठक में शामिल हुए। डोटासरा ने शपथ लेने वाले नए मंत्रियों को माला पहनाकर स्वागत किया गया। उन्हें तिलक लगाकर भी स्वागत किया गया।

गहलोत केबिनेट के चेहरे

केबिनेट मंत्री
1- महेन्द्रजीत सिंह मालवीय
2-डॉ. महेश जोशी
3- हेमाराम चौधरी
4- विश्वेंद्र सिंह
5- रामलाल जाट
6–शकुंतला रावत
7- रमेश मीणा
8- ममता भूपेश
9- गोविंद राम मेघवाल
10- भजन लाल जाटव
11-टीकाराम जूली

गहलोत मंत्रिमंडल के राज्यमंत्री
1-बृजेंद्र ओला (सचिन पायलट के समर्थक)
2-मुरारी मीणा (सचिन पायलट के समर्थक)
3-राजेन्द्र गुढ़ा
4- जाहिदा खान

12 जिलों से कोई मंत्री नहीं
मंत्रिमंडल पुनर्गठन के साथ ही मंत्रिमंडल के सभी 30 पद भर गए हैं। इसके बावजूद 12 जिले ऐसे हैं, जहां से कोई मंत्री नहीं बन सका। इनमें उदयपुर, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, सिरोही, धौलपुर, टोंक, सवाई माधोपुर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, चुरू, अजमेर, सीकर जिले शामिल हैं।

बर्खास्त को फिर बनाया मंत्री
गहलोत-पायलट खेमे की सियासी जंग के दौरान बर्खास्त किए गए दोनों मंत्रियों को पुन: मंत्री बनाया गया है। केनिबेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह और रमेश मीणा को पहले बर्खास्त किया गया था। दोनों को फिर से केबिनेट मंत्री बनाया गया है।

इन जिलों में सबसे ज्यादा मंत्री
प्रदेश के पांच जिले ऐसे हैं, जहां सबसे ज्यादा मंत्री हैं। जयपुर से 4, भरतपुर 4, दौसा 3, बीकानेर 3, झुंझुंनूं 2, बांसवाड़ा 2, अलवर 2, कोटा 2, भीलवाड़ा 1, बाड़मेर 1, करौली 1, जालौर 1, बूंदी 1, जैसलमेर 1, जोधपुर 1 विधायक मंत्री बने हैं।