बाड़मेर। फैशन डिजाइनर व देश के सर्वोच्च नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित बाड़मेर की डॉ. रूमा देवी इन दिनों दुबई में हैं। वे जीतो इंटरनेशनल द्वारा आयोजित ग्लोबल समिट में विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित की गई हैं।
इस कार्यक्रम में संयुक्त अरब अमीरात सहित 12 देशों की जानी-मानी हस्तियों के साथ रूमादेवी का भी सम्मान किया गया। सम्मान का यह पल पूरी तरह राजस्थानी रंग में रंग गया। रूमा ने भी इस रंग में अपने अनुभव के आधार पर राजस्थान की सौंधी मिट्टी की खुशबू दुबई की धरती पर कई देशों से आए प्रतिनिधियों के बीच बिखेरी। उन्हें बाड़मेर जैसी छोटी जगह से अपने फील्ड को आगे बढ़ाने और बाड़मेर सहित आसपास की हजारों महिलाओं के साथ जुड़ते जाने का अनुभव साझा करना था। इससे पहले यहां मौजूद बॉलीवुड एक्टर सुनील शेट्टी ने रूमा की तारीफों के पुल बांधकर माहौल में उनके प्रति आकर्षण का भाव पैदा कर ही दिया था।
ऐसे माहौल में रूमा ने अपने अनुभव बांटने की शुरुआत में ही एक देसी सीख दे डाली। उन्होंने कहा- जो बात बांटकर खाने में है, वह अकेले जीमण में नहीं। यानी मैंने जो भी कुछ किया, उसे सबके साथ बांटकर किया। खासतौर पर उन ग्रामीण महिलाओं के साथ, जो कुछ नहीं जानती थीं। घर से बाहर नहीं निकलती थीं। घूंघट में रहती और परिवार की चाकरी में ही लगी रहतीं। मैं सिर्फ उन्हें आगे बढ़ाने का जरिया बनीं।
काम तो उन्होंने ही किया, बस उन्हें सुई पकड़ाकर तलवार की धार समझानी थी। तय मानिए, गांव की ये महिलाएं, जैसे अपना हनुर अपने अंदर छिपाए बैठीं थीं। मौका मिलते ही आगे बढ़ गईं। फिर उन्हें कौन रोक सकता था। आज 22 हजार महिलाएं इस मिशन से जुड़ गई हैं। वे सशक्त हैं, सक्षम हैं। पूरा परिवार तक पाल लेती हैं। रूमा देवी ने कहा- मैं भी कुछ ऐसे ही आगे बढ़ी और एक-एक कर सबको जोड़ती रहीं। अकेली मैं कुछ नहीं कर पाती।
राजस्थानी प्रवासियों के कार्यक्रम में रूमादेवी से मिलने को लेकर बड़ा उत्साह नजर आया। जीतो लेडीज विंग के सभी पदाधिकारी ने विशेष रूप से रूमा देवी कलेक्शन के दुपट्टे पहन कर कार्यक्रम में आईं। फिल्म एक्टर सुनील शेट्टी ने रूमादेवी के कार्यो की खूब प्रशंसा की।
रूमादेवी का महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए सम्मान किया गया। जीटो लेडीज विंग दुबई द्वारा आयोजित कार्यक्रम में रूमादेवी ने राजस्थान के कल्चर, आर्ट एंड क्राफ्ट प्रमोशन को लेकर अपना विचार रखे। इसके साथ उन्होने अपने अनुभवों को भी शेयर किया। यह भी बताया कि खुद महिला होकर कैसे घर की दहलीज से निकल कर 22 हजार महिलाओं को स्वरोजगार उपलब्ध करवाया। थार के हस्तशिल्प पर बनी डाक्यूमेंटरी को दिखाया।
दुबई में जीतो इंटरनेशनल द्वारा ग्लोबल समिट का आयोजन ली- मेरेडियन कान्फ्रेंस सेंटर में हुआ। इसमें दुबई के प्रमुख व्यक्तियों के साथ-साथ 12 देशों से हस्तियां पहुंची। बुधवार को आयोजित गाला डिनर कार्यक्रम में बालीवुड अभिनेता सुनिल शेट्टी ओर राष्ट्रपति सम्मान प्राप्त बाड़मेर की रूमा देवी भी विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस दौरान इनका सम्मान किया गया।
रूमा देवी ने जीतो इंटरनेशनल की लेडीज विंग के कार्यक्रम में हस्तशिल्प की कार्यशाला में थार की विभिन्न कशीदाकारीयों का प्रदर्शन किया। इस दौरान रूमादेवी ने अपने कहा कि गांव की कठिन परिस्थितियों से बाहर निकल कर पहले खुद कशीदाकारी का काम करके अपने परिवार की देखरेख की, फिर गांव की महिलाओं को साथ लेकर उनका स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया। महिलाओं को एक-एक करके जोड़ती गई और यह कारवां आज 22 हजार से ज्यादा महिलाएं कशीदाकारी काम कर रही है और अपना-अपना घर को पालती है। समय के साथ में नवाचार भी किए। लोगों को कशीदाकारी की ओर आकर्षित करने के लिए रेप पर फैशन शो का भी आयोजन करवाया।