एमएसएमई डे पर उद्यमियों से होगा सीधा संवाद-प्रमुख सचिव एमएसएमई 

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फाइल फोटो

मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे समारोह में राज्य के पहले उद्योग रत्न, बुनकर रत्न, शिल्पी रत्न पुरस्कारों के साथ ही निर्यात पुरस्कारों का वितरण करेगी

जयपुर। प्रमुख शासन सचिव एमएसएमई डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया है कि विश्वकर्मा जयंती पर रविवार 17 सितंबर को होटल क्लाक्र्स आमेर में आयोजित एमएसएमई दिवस कार्यक्रम को बहुआयामी व बहुउद्देशीय बनाते हुए समारोह में तीन तकनीकी सत्रों के साथ चौथा इन्टरैक्टिव सत्र रखा गया है।

उन्होंने बताया कि इससे समारोह में उपस्थित उद्यमियों व उद्योग संघों से सीधा संवाद कायम हो सकेगा। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे समारोह में राज्य के पहले उद्योग रत्न, बुनकर रत्न, शिल्पी रत्न पुरस्कारों के साथ ही निर्यात पुरस्कारों का वितरण करेगी।

डॉ अग्रवाल शुक्रवार को उद्योग भवन में आयुक्त कुंजी लाल मीणा के साथ उद्योग विभाग व इससे जुड़ी संस्थाओं के अधिकारियों की बैठक ले रहे थे। उन्होंने बताया कि पुरस्कार वितरण से पूर्व तकनीकी व इन्टरैक्टिव सत्रोेंं के आयोजन से एमएसएमई दिवस सरकार और उद्यमियों के लिए अधिक लाभदायक व परिणामोन्मुखी हो सकेगा।

डॉ. अग्रवाल ने बताया कि यह पहला मौका है जब राज्य सरकार द्वारा लघु, सूक्ष्म और मध्यम उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए उद्योग रत्न पुरस्कारों से सम्मानित करने जा रही है। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही निर्यात के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रहे उद्योगों को पुरस्कृत किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि पुरस्कार वितरण समारोह मध्यान्ह पश्चात 4 बजे होगा जबकि तकनीकी सत्र प्रातः 11 बजे से ही आरंभ हो जाएंगे। उद्योग आयुक्त कुंजी लाल मीणा ने बताया कि चार सत्रों में से पहला सत्र अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव स्वरुप की अध्यक्षता में राज्य की एमएसएमई पॉलिसी पर होगा।

दूसरा सत्र आयुक्त उद्योग की अध्यक्षता में इज ऑफ डूइंग बिजनस पर होगा, तीसरा तकनीकी सत्र केन्द्र सरकार के निदेशक एमएसएमई विकास संस्थान एमके सारश्वत के संयोजन में होगा जिसमें केन्द्र सरकार की एमएसएमई पॉलिसी व जीरो इफेक्ट जीरो डिफैक्ट (जेड) पर चर्चा होगी। उन्होंने बताया कि इन सत्रों में पीपीटी के माध्यम से प्रजेन्टेशन होगा।

मीणा ने बताया कि समारोह में सभी जिलों और रीको औद्योगिक क्षेत्रों के उद्योग संघों के प्रतिनिधियों, राज्य व केन्द्र के औद्योगिक विकास से जुड़े विभागों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति सुनिश्चित की जा रही है ताकि एक दूसरे के अनुभव साझा कर राज्य के औद्योगिक विकास को गति दी जा सके।

बैठक में अतिरिक्त निदेशकों में डीसी गुप्ता, एलसी जैन, पीके जैन, संयुक्त निदेशकों में अविन्द्र लढ़्ढा, एसएस शाह, संजीव सक्सैना, सीएल वर्मा उपनिदेशकों में पीआर शर्मा, धमेन्द्र पूनिया, चिरंंजी लाल, केके पारीक, रवि गुप्ता, महाप्रबंधकों में मधुसूदन शर्मा, आरके आमेरिया, सुभाष शर्मा, रीको, आरएसडीसी, बीआईपी, खादी बोर्ड की सचिव अल्पा चौधरी, आरएसडीसी के नायाब खान विभिन्न विभागों व संस्थाओं के अधिकारी उपस्थित थे।