कोटा। कोरोना के बढ़ते संक्रमण ने चिकित्सा विभाग की चिंताएं बढ़ा रखी है। संक्रमित मरीजों को समय पर चिन्हित कर उन्हें इलाज के लिए विभाग ने जागरूकता अभियान चलाया है। इसके तहत कोरोना लक्षण और मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए चिकित्सा विभाग की प्रशिक्षित टीमें डोर टू डोर सर्वे में जुटी है। टीमें घर के सदस्यों को बीमारियों से बचाव रोकथाम संबधी उपायों और बेवजह घर से बाहर नही निकले की समझाईश कर रही है।
हाई रिस्क ग्रुप के लोगों और कोविड जैसे लक्षण वाले सदस्यों के शरीर का थर्मल स्क्रीनिंग से तापमान लिया जा रहा है। वहीं, पल्स ऑक्सीमीटर से उनके ऑक्सीजन सेचुरेशन लेवल की स्थिति को भी चेक किया जा रहा है। सेचुरेशन लेवल के कम होने पर उसमें सुधार मे मददगार प्रोनिंग के बारे में भी बताया जा रहा है।
सीएमएचओ डॉ भूपेन्द्र सिंह तंवर ने बताया की बुधवार को विभाग की 960 टीमों ने जिले में 24,914 घरों का सर्वे किया। इस दौरान मिले 2101 आईएलआई/कोविड लक्षण वाले लोगों को कोविड उपचार संबधी जरूरी दवाईयों के किट निःशुल्क दिए गए।
लोगों की सुविधा के लिए इस किट में दवाईयां कब-कब और कैसे खानी है के बारे में लिखी एक स्लीप भी साथ में जा रहा रही है। इसके अलावा क्वॉरन्टीन या होम आईसोलेशन के दौरान डाइट में क्या-क्या लेना है उसका डाईट चार्ट भी दिया जा रहा है। सीएमएचओ ने बताया कि स्क्रीनिंग में मिले हाई रिस्क ग्रुप के 759 लोगों को नजदीकी अस्पताल में दिखाने की सलाह दी गई।