कोटा। शहर में स्वास्थ्य की जागरूकता के उद्देश्य से शनिवार को उम्मेदसिंह स्टेडियम में रनर्स क्लब के प्रथम रनिंग फेस्टिवल-2019 का जोशीला आगाज हुआ। प्रातः 5ः30 बजे से महिला-पुरूष, युवा व बच्चे ग्रुप रनिंग में उत्साह से शामिल हुये। पहली दौड़ में 6 वर्षीय बच्ची राजवी दाधीच ने 3.2 किमी दौड़कर सबको चकित कर दिया।
ग्रुप रनिंग में रनिंग फेस्टिवल के एम्बेसेडर हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ.राकेश जिंदल व डॉ. नीता जिंदल, ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. विक्रांत माथुर व प्रियंका माथुर, डॉ. अंशुल माथुर व डॉ. अंकिता माथुर व अल्ट्रा मैराथन अर्चना मूंदड़ा ने प्रतिभागियों का उत्साह बढाते हुये निर्धारित समय में दौड़ पूरी की।
एफएसआरसी रनिंग फेस्टिवल के कॉर्डिनेटर अमित चतुर्वेदी ने बताया कि इस माह देश-विदेश के 538 पंजीकृत प्रतिभागी इस फेस्टिवल में अपने-अपने शहरों में 100 किमी से अधिक दौड़ का रिकॉर्ड पूरा करेंगे। जिसकी डिजिटल ट्रेकिंग की जाएगी। प्रतिभागी को प्रतिदिन न्यूनतम 3.2 किमी दौडना है।
जून में प्रत्येक शनिवार को ग्रुप रनिंग की जाएगी, जिसमें रनिंग एम्बेसेडर साथ दौडते हुये प्रतिभागियों का मनोबल बढ़ाएंगे। अगली ग्रुप रनिंग गणेश उद्यान एवं श्रीनाथपुरम स्टेडियम में होगी। मंगलवार व गुरूवार को प्रतिभागियों को प्रशिक्षण देकर प्रेक्टिस कराई जाएगी। रविवार को शहर में 10 किमी लंबी दौड़ भी आयोजित होगी।
सेहत के लिये चुनौती स्वीकार करें
एलन कॅरिअर इंस्टीट्यूट के निदेशक एवं रनिंग फेस्टिवल के एम्बेसेडर राजेश माहेश्वरी ने कहा कि ‘स्वस्थ रहें-मस्त रहें’ थीम पर शहरवासी सेहत के लिये नियमित दौड़ने की चुनौती को स्वीकार करें। वे खुद भी इसमें भाग ले रहे हैं।
प्रतिभागी दौडकर अपने शरीर में बदलाव खुद महसूस करेंगे। प्रतिदिन 3.2 किमी दौडकर 200 कैलोरी बर्न करते हुये हम जून माह में 6000 कैलौरी बर्न कर सकते हैं। इससे कई बीमारियों से छुटकारा मिलेगा। यह प्रतियोगिता न होकर सेहत के प्रति जागरूकता है।
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ.नीता जिंदल ने कहा कि नियमित दौडने से हमारे शरीर के कलपुर्जे सही कार्य करेंगे। 45 वर्ष की उम्र के बाद महिलाओं को हड्डियों के दर्द से राहत दिलाने के लिये नियमित रनिंग बहुत फायदेमंद है। दौडते हुये पैर जमीन पर जोर से पड़ने से केल्सियम व विटामिन-डी शरीर में घुलता है।