नई दिल्ली। भारत में आधार कार्ड रखना कितना जरूरी है इसके बारे में आप सभी जानते होंगे। आधार कार्ड की बदौलत आज देश में हर काम करवाया जा सकता है और अगर इसमें कोई भी जानकारी गलत हो तो आपका काम बीच में ही रुक सकता है। आपको बता दें कि भारत सरकार ने अब आधार वेरिफिकेशन को लेकर नया नियम जारी किया है जिसके अनुसार अब आप चाहें तो ऑफलाइन भी आधार का वेरिफिकेशन करवा सकते हैं।
क्या है नया नियम
भारत सरकार ने आधार के वेरिफिकेशन को लेकर जो नया नियम जारी किया है वो उसके अनुसार इस प्रक्रिया के लिए अब आपको डिजिटल हस्ताक्षर वाला डॉक्यूमेंट देना पड़ेगा। इस डॉक्यूमेंट को यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) से बनवाया जा सकता है। इस डिजिटल सिग्नेचर वाले डॉक्यूमेंट की सबसे बड़ी खासियत ये है कि इस पर आपके आधार के आखिर वाले 4 अंक लिखे होंगे।
सरकार द्वारा जारी नये नियम के अनुसार आधार होल्डर के पास ऑप्शन होता है कि वो आधार वेरिफिकेशन के लिए अपने ऑफलाइन e-KYC को किसी अधिकृत एजेंसी को दे सकता है जिसके बाद एजेंसी की तरफ से ग्राहक की आधार संख्या और अन्य जानकारियों को सेंट्रल डेटाबेस के साथ मिलाया जाता है जिसके बाद अगर ये जानकारियां सही पाई जाती हैं तो इस पूरे प्रोसेस को आगे बढ़ा दिया जाता है।
क्या है फायदा
आपको बता दें कि इस ऑफलाइन ई-केवाईसी से ग्राहकों को ये फायदा होता है कि वेरिफिकेशन एजेंसी को आपका ई-केवाईसी डेटा स्टोर करने से रोका जाए सकता है। ऑफ़लाइन वेरिफिकेशन के कई प्रकार है जिसमें ऑफलाइन पेपर आधारित वेरिफिकेशन, क्यूआर कोड वेरिफिकेशन, आधार पेपरलेस ऑफलाइन ई-केवाईसी वेरिफिकेशन और ई-आधार वेरिफिकेशन आदि शामिल है।