दिल्ली एयरपोर्ट पर अब बोर्डिंग पास नहीं, चेहरा देखकर मिलेगी एंट्री

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नई दिल्ली। हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। अब आपको एयरपोर्ट पर एंट्री के लिए पहचान पत्र दिखाने की जरूरत नहीं होगी बल्कि यात्रियों की पहचान अब उनके चेहरे से ही सुनिश्चित की जाएगी। एयरपोर्ट पर चेकिंग और बोर्डिंग में लगने वाले समय को कम करके यात्रियों की सहूलियत को बढ़ाने के लिए डायल ने गुरुवार से दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल-3 पर बायोमैट्रिक फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम का ट्रायल शुरू कर दिया है।

फिलहाल तीन महीने के लिए विस्तारा एयरलाइंस के साथ मिलकर डोमेस्टिक उड़ानों के लिए यह ट्रायल किया जा रहा है। ट्रायल सफल रहने पर रहने पर टी-3 पर आने वाले सभी यात्रियों को यह सहूलियत मिलने लगेगी। यह बायोमैट्रिक इनेबल्ड सीमलेस ट्रैवल एक्सपीरियंस (बेस्ट) के तहत दिल्ली एयरपोर्ट पर आधुनिक तकनीक से लैस ऐसी मशीनें लगाई गई हैं, जो यात्रियों के चेहरे और उनकी बायोमैट्रिक डीटेल्स के आधार पर उनका वेरिफिकेशन करेंगी, जिससे एयरपोर्ट पर एंट्री और सिक्योरिटी चेक से लेकर फ्लाइट में बोर्डिंग तक आसान हो जाएगी।

इस दौरान यात्रियों की एंट्री पूरी तरह ऑटोमेटिक तरीके से होगी और इस दौरान उनका चेहरा ही उनका एंट्री टिकट, बोर्डिंग पास और पहचान पत्र होगा। डायल ने पुर्तगाल की एक कंपनी के तकनीकी सहयोग से यह पहल की है। दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) के प्रवक्ता ने बताया कि इससे चेक-इन से लेकर सुरक्षा जांच में लगने वाले समय में कमी आएगी।

इस प्रणाली में पंजीकरण के लिए यात्रियों से सहमति ली जाएगी। बता दें कि डीजी यात्रा कार्यक्रम के पहले चरण के तहत इस प्रणाली का ट्रायल हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर जुलाई में शुरू हुआ था।अधिकारी का कहना है ‘इसका मकसद भविष्य में हवाई यात्रा को पेपरलेस बनाना है।